वाराणसी (ब्यूरो)। विकास प्राधिकरण ने सोमवार को सिगरा स्थित दो दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। भारी फोर्स के बावजूद विरोध, हंगामा व नोकझोंक हुआ। दशाश्वमेध वार्ड में सुबह करीब 11 बजे जैसे की वीडीए की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची, दुकानदार ने विरोध शुरू कर दिया।
पहुंचे अधिवक्ता
कुछ ही देर में वहां दुकानदारों के पक्ष को लेकर अधिवक्ता भी आ गए। कार्रवाई रोकने का विरोध करने लगे। संयुक्त सचिव परमानंद ने कार्रवाई रोकने के बावत कानूनी नोटिस या आदेश की मांग की तो अधिवक्ताओं की ओर से कोई कागजात नहीं दिखाया जा सका। इसके बाद वीडीए की टीम हरकत में आई और दुकानों में मौजूद महिलाओं को बाहर निकालकर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
मांगा था मुआवजा
जिस भवन को वीडीए ने ध्वस्त किया उसके मालिक रामजी सरीन ने शासन से 20 लाख मुआवजे की मांग की थी। दरअसल, दुकान मालिक की चार दुकानें थी जिनमें से दो दुकानों को 26 सितंबर 2019 को वीडीए ने ध्वस्त कर दिया था लेकिन विरोध के चलते दो दुकानें नहीं तोड़ सका।
बाद में दुकान मालिक ने शासन से गुहार लगाई कि अगर दोनों दुकान वैध हैं तो वीडीए उसका 20 लाख मुआवजा दे या बची हुई दोनों दुकानों को गिराए। जो दोनों दुकानें ध्वस्त की गईं वह भाड़े पर थीं। कार्रवाई में वीडीए के जोनल अधिकारी आनंद मिश्रा, देवचंद्र राम, चंद्रभानु, जेई सत्यदेव ङ्क्षसह, जैतपुरा और सिगरा एसओ के अलावा पुलिस, पीएसी के जवान थे.
नगर निगम ने जब्त किया ठेला व काउंटर
सोनिया क्षेत्र के कस्तूरबा नगर कालोनी में सड़क और पटरी पर अतिक्रमण कर रखे हुए रिक्शे, ठेले, काउंटर हटवा कर मार्ग को खाली करवाया गया। कुछ रिक्शा काउंटर और ठेला जब्त भी कर लिया गया। चौका घाट स्थित हनुमान मंदिर के आसपास से स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण हटवाया गया। दो पक्के निर्माण ध्वस्त किया गया। सड़क पर अतिक्रमण कर रखे लकड़ी की चौकी व अन्य सामान हटवाकर मार्ग खाली करवाया गया। करीब 10 टेबल और दो चौकी जब्त कर लिया गया। चौका घाट पम्प हाउस के पास झुग्गी बना कर रहने वालों को हटवाया गया.