-कैंट स्टेशन स्थित रेलवे कॉलोनी है बदहाल

-जर्जर क्वॉर्टर में रहने को मजबूर हैं रेलवे कर्मचारी

-रिपेयरिंग के नाम पर हो रहे गड़बड़झाले की पीएम से हुई शिकायत

VARANASI

कैंट स्टेशन स्थित रेलवे कॉलोनी की बदहाली अब पीएम व बनारस के सांसद नरेंद्र मोदी तक पहुंच गयी है। यूं कहें कि लाइफलाइन के खेवनहार की जिंदगी खतरे में है तो गलत नहीं होगा। जर्जर क्वॉर्टर में कर्मचारी व उनकी फैमिली के लोग किस तरह से रह रहे हैं, यह बताने की आवश्यकता नहीं है। रेलवे कॉलोनियों में रहने वाले कर्मचारी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। इन कॉलोनीज में कर्मचारी व उनकी फैमिली मेंबर्स को पीने का साफ पानी तक नसीब नहीं होता। यही नहीं बारिश के दिनों में पूरी रात जागना पड़ता है। शायद ही कोई क्वार्टर होगा जो टपकता न हो। बावजूद इसके ऑफिसर्स व सिस्टम कान में तेल डाले पड़ा हुआ है।

विजिलेंस से पीएम तक

रेलवे क्वार्टर की बदहाली का नमूना यह है कि सहायक संकेतक पद पर तैनात अजय कुमार ने इसकी कम्प्लेन जीएम विजिलेंस के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी से की है। आरोप के मुताबिक इनके क्वार्टर नंबर ख्70 डी न्यू लोको कॉलोनी की छत व दीवारों की रिपेयरिंग हुई, लेकिन हालत यह है कि यह पास स्थित पानी की टंकी से गिरने वाले पानी से टपकता है। जिसके चलते कमरे में रहना मुश्किल है। रेलकर्मी ने इसकी शिकायत आईओडब्ल्यू सहित जीएम विजिलेंस से की थी। लेकिन अभी तक जांच ही चल रही है। सुनवाई न होने पर कर्मचारी ने इसकी शिकायत पीएम के संसदीय कार्यालय में की है।

बन जाता है ताल तलैया

हल्की ही बारिश में स्टेशन स्थित कॉलोनीज ताल तलैया बन जाती हैं। देखते ही देखते पानी रूम में पहुंच जाता है। जिसके चलते कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों व उनके फैमिली मेंबर्स को आसपास के होटल या लाज में शरण लेना पड़ता है। कई तो अपने रिलेटिव के घर रहने चले जाते हैं। यह सिलसिला कई सालों से चल रहा है। बता दें कि पिछले साल बनारस पहुंचे नॉर्दन रेलवे के जीएम का कॉलोनी में रहने वालों ने घेराव कर दिया था। तब उन्होंने कॉलोनी का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और जरूरी निर्देश दिया। पर हालत में सुधार नहीं हुआ।

टैप से गिर रहे कीड़े

कॉलोनी के क्वाटर्स में पीने के पानी की सप्लाई की कंडीशन बहुत खराब है। जहरीले पानी के साथ ही टैप से कीड़े भी गिर रहे हैं। जिससे लोग हाथ धुलना भी पसंद नहीं करते। मजबूरी में किसी तरह पानी को कई राउंड फिल्टर करके भोजन बना रहे हैं। जबकि पीने के लिए हर क्वार्टर में पानी का बॉटल खरीदा जा रहा है।

कॉलोनीज की बदहाली को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। रही बात क्वार्टर की रिपेयरिंग में घपले की तो इसकी जानकारी नहीं है। कम्प्लेन मिलने पर जांच होगी।

सतीश कुमार, डीआरएम

नॉर्दन रेलवे, लखनऊ डिवीजन

प्वाइंट टू बी नोटेड

कॉलोनी कर्मचारी

एईएन ख्00

न्यू लोको कॉलानी भ्00

लहरतारा ख्00

आरएमएस भ्0

गंज भ्0

करहिया कॉलोनी 0ब्

नोट-ऊपर दी गयी कॉलोनी में संबंधित कर्मचारी अपने फैमिलीज संग रहते हैं।