वाराणसी (ब्यूरो)। दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त दिवाली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। अमावस्या तिथि की शुरुआत 4 नवंबर को सुबह 06.03 बजे से हो रही है और इसकी समाप्ति 5 नवंबर को 02.44 पर होगी। लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम शाम 05 बजकर 53 मिनट से 07 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। यानी इस मुहूर्त की कुल अवधि 01 घण्टा 57 मिनट की है।

दिवाकाल के श्रेष्ठ समय-चौघडिय़ा के अनुसार
शुभ -06.45 से 08.07 तक
चंचल -10.1 से 12.13 तक
लाभ -12.13 से 13.35 तक
अमृत -13.35 से 14.57 तक
शुभ -16.19 से 17.44 तक

अभिजित् मुहूर्त्त प्रात: 11.50 से दोपहर 12.38 तक रहेगा। प्रदोष काल सायं 17.38 से रात्रि 20.15 तक रहेगा। सर्वश्रेष्ठ समय की बात करें तो सायं 06-12 से सायं 08.08 के मध्य, इसमें प्रदोषकाल स्थिर वृष लग्न-कुंभ का नवमांश रहेगा।

दिवाली पूजन का निशिता काल मुहूर्त
दिवाली वाले दिन रात के समय पूजा का मुहूर्त 11.39 पी एम से 12.31 ए एम, नवम्बर 05 तक रहेगा।

दीपावली के दिन क्या क्या देखना शुभ होता है
दिवाली के दिन उल्लू, छिपकली, छछूंदर, बिल्ली का दिखना बेहद ही शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि दिवाली की रात यदि व्यक्ति को इनमें से कोई एक भी जानवर नजऱ आ जाये तो यह व्यक्ति के भाग्योदय का संकेत होता है।
- ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली