जो रहेगा पास उसी से है लोगों को आस

बनारस जिसके कण कण में शिव बसते हैं। यहां के लोगों के अल्हड़पन के साथ जीने की अदा से प्रभावित होकर सात समंदर पार से भी लोग यहां खींचे चले आते हैं। यहां की गलियां, मंदिर और गंगा का किनारा पूरी दुनिया में फेमस है लेकिन क्या इस बनारसीपन को समेटकर रखने वाला दक्षिणी विधानसभा इन चीजों के महत्व को सच में बनाये रख पाने में सफल है। ये सवाल हमारा नहीं बल्कि इस विधानसभा में रहने वाले उन तमाम लोगों का है जो न जाने कितने वक्त से बनारस को जी रहे हैं। प्रमुख मंदिर हो या फिर प्रमुख घाट, पुरानी गलियां हो या बनारसी पान सब कुछ आपको इस विधानसभा क्षेत्र में ही मिल जाएंगे। इन्हीं सवालों के जवाब को जानने के लिए आई नेक्स्ट ने गुरुवार को दक्षिणी विधानसभा का रुख किया और बड़ी पियरी पर रतन सरदार की चाय की दुकान पर पहुंचकर यहां बने चुनावी माहौल का हाल जाना

चाय के कुल्हड़ के साथ प्योर बनारसी अंदाज में दुकान पर मौजूद इन्द्रजीत सिंह बड़े ही बेरुखे अंदाज में बोले भईया जेके लोग बनारस कहलन वो यही दक्षिणी में बसेला लेकिन यहां नेता लोगन ई बात के दरकिनार कर सिर्फ जनता के बेवकूफ बनावे में लगल हऊअन। हमके यहां रहत 70 साल होये जात हौ लेकिन हमके तो ना लागेला कि दक्षिणी विधानसभा में अबतक कुछ विकास भयल हौ अगर ऐसन हौ तो आप लोग बतावे का हम गलत कहत हई।

इन बातों को सुन पास बैठे बच्चा यादव ने झट से जवाब दिया कि बात तो सही कह रहे हैं गुरु इतने साल में बनारस के इस इलाके में तो कौनो काम सच में ना भयल हौ। ये हाल तब हौ जब सांसद, विधायक और पार्षद सब बीजेपी के हैं और एक दो बार नहीं आधा दर्जन से भी ज्यादा बार से। फिर भी ये पूरा क्षेत्र अब तक खराब सड़क, जाम सीवर, बजबजाती नालियों और ऊबड़ खाबड़ गलियों के जाल में जकड़ा हुआ है। यहां के लोग अब भी साफ और बेहतर जिंदगी जीने का इंतजार कर रहे हैं।

चाय संग हो रही इस चुनावी चर्चा में अचानक ही बगल की एक दुकान में मौजूद मनोज वर्मा भी कूद पड़े और झुंझलाये अंदाज में कहा आप लोग बड़े हैं इसलिए आप लोगों की बात तो नहीं काटूंगा लेकिन थोड़ी गलती पब्लिक की भी है। अरे गलियों के शहर बनारस में गंदगी साफ करने का इंतजाम है लेकिन सफाई का भी तो एक वक्त होता है लेकिन लोग हैं कि कूड़ा कचरा पूरे दिन गली में फेंकते रहते हैं और आपकी इन बातों से सहमत हूं कि यहां की सड़क, गलियां और ओवरफ्लो सीवर को कोई विधायक सही नहीं करा पाया है।

नेताओं की चल रही इन बुराइयों को सुन चाय पी रहे राजेश गुरु से भी रहा नहीं गया और आखिर में वो भी बोल ही पड़े भईया आप लोग जबरदस्ती ही बरस रहे हैं नेता लोगन पर। अरे उनको नेता बनाया किसने हमने आपने। अगर गलत को चुना है तो अब रो क्यों रहे हो। चलिए मानते हैं कि गलती हो गई तो इस बार गलती सुधार लो न कौन सा समय निकल गया है। इस बार डिसाइड कर लो कि दक्षिणी की जनता का वोट उसी को जायेगा जो सिर्फ पब्लिक के साथ होने का नाटक नहीं करेगा बल्कि सच में पब्लिक के हर दुख दर्द में खड़ा रहेगा। इस बार झांसेबाजी नहीं चलेगी यहां।

इसी बीच अपनी दुकान पर जमी चुनावी अड़ी से खिझलाये दुकानदार रतन यादव बोल पड़े आप लोगन भी न लगत हौ आज कौनो कामकाज न हौ यही बदे बैठकर इतना पंचायत होत हौ लेकिन आप लोगन क बात सुनकर हमहौ एक बात कहे चाहत हई। इस बार का चुनाव हट के होत हौ अगर नेता लोगन ई समझत है कि उनके आसानी से वोट मिल जाई तो ई न होई। इस बार वोट वहीं के मिली जो काम करी और काम नहीं करी तो अब तो मशीन में नोटा भी हौ सही लगे जे ओके वोट दा नहीं तो दबा द नोटा।

इस बार बदलाव होगा क्योंकि दक्षिणी की जनता अब नये चेहरे को विकास की कमान सौंपना चाह रही है। फिर चाहे वो किसी पार्टी का हो।

सनी केशरी, मैदागिन

बनारस का दिल है शहर दक्षिणी विधानसभा लेकिन यहां के हालात इतने खराब हैं कि अब यहां रहने वाले लोग दूसरे इलाकों में भाग रहे हैं।

इन्द्रजीत सिंह, कबीरचौरा

पब्लिक इस बार उसे चुनेगी जो हमारी सुनेगा क्योंकि जीतकर बेवकूफ बनाने वाले लोगों को हम पहचान गए हैं और इस बार ऐसे किसी की दाल नहीं गलेगी।

मनोज वर्मा, बड़ी पियरी

दक्षिणी विधानसभा में मंदिर और गलियों के अलावा कई बड़े मार्केट भी हैं। इसलिए जो भी जीते व्यापारियों को भी फायदा मिले। इसे देखकर ही इस बार व्यापारी वोट करेगा।

आशीष जायसवाल, छोटी पियरी