शहर में बैन का नहीं दिख रहा असर, धड़ल्ले से बिक रहा चाइनीज मांझा

- इंसानों संग परिंदे के लिए है खतरनाक, कई लोग हो चुके हैं घायल

फिर से हवा में तलवार बनकर ड्रैगन यानि चाइनीज मांझा लहरा रहा है। जबकि इस मांझे पर रोक है। लेकिन प्रशासन की लापरवाही से शहर में चाइनीज मांझे की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। अब तक सड़कों पर कई लोग घायल होते हैं। कुछ की जान भी चली जाती है। वहीं आसमान में प¨रदों की उड़ान पर भी आफत बढ़ती जा रही है। लोगों की बेपरवाही, प्रशासन की लापरवाही के कारण यह समस्या बढ़ती जा रही है। प्रतिबंधित होने के बाद भी चाइनीज मांझे की बिक्री पर अंकुश नहीं लग रहा है।

मकर संक्रांति नजदीक आते ही लोग पतंगबाजी करने लगते हैं। कभी पतंगबाजी की प्रतियोगिता खुले स्थानों पर देखने को मिलती थी। मगर अब लोग ऊंचे मकानों पर चढ़कर पतंगबाजी करते हैं। मांझे से पंख कटने से पक्षी चोटिल होकर जमीन पर गिर जाते हैं।

कार्रवाई सिर्फ नाम की

कार्रवाई के नाम पर चाइनीज मंझे को लेकर वन विभाग कई बार आपत्ति जता चुका है। पुलिस-प्रशासन की ओर से सख्ती के दावे तो किए जा रहे हैं लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा। बाजारों से लेकर सड़कों-गलियों तक की दुकानों में इस मंझे की बेखौफ बिक्री की जा रही है। कोई घटना होने पर एक-दो दिन अभियान चलता है फिर सब पहले जैसा हो जाता है।

प्रभागीय वनाधिकारी महावीर का कहना है कि अपनी खुशी के लिए दूसरों की जान नहीं ली जा सकती है। पतंगबाजी में चाइनीज मंझे का इस्तेमाल ठीक नहीं है।

बाजार में चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी। संबंधित विभाग को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

-कौशल राज शर्मा, डीएम