आका के गिरफ्त में आते ही गैंग से जुड़े शातिर सेफ प्लेस तलाशने में जुटे

पूर्वाचल के कई शहरों में फैला है अंडरव‌र्ल्ड डान छोटा राजन का नेटवर्क

VARANASI

अंडरव‌र्ल्ड डान छोटा राजन के विदेश में पकड़े जाने के बाद पूर्वाचल में उसके गुर्गे भागे भागे फिर रहे हैं। सोर्सेज की मानें तो छोटा राजन का कनेक्शन बनारस सहित पूर्वाचल में भी है। खास तौर पर इलाहाबाद, जौनपुर, आजमगढ़ में इसका अच्छा खासा नेटवर्क है। न्यू कमर्स के मार्फत वह वारदातों को अंजाम दिया करता रहा है।

सुभाष ठाकुर समेत कई और

पुलिस सूत्रों की मानें तो वर्ष क्998 में मुंबई विस्फोट के बाद से छोटा राजन कुख्यात दाऊद के समानांतर गिरोह संचालित करने लगा। उसी के तहत दाऊद से जुड़ा सुभाष ठाकुर मुंबई विस्फोट के बाद छोटा राजन गिरोह से जुड़ा और काफी दिनों तक उसके लिए काम किया। सुभाष ठाकुर का आपराधिक क्षेत्र बनारस और आसपास ही हुआ करता था। पुलिस सूत्र बताते हैं कि बनारस से फरार भ्0 हजार का इनामी मनीष भी छोटा राजन गिरोह से जुड़ा रहा। दीनदासपुर, जंसा निवासी मनीष पर बनारस के रोहनिया और मुंबई में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी आदि के मामले दर्ज हैं। मुंबई में एक बिल्डर की हत्या के मामले में मनीष की मुंबई पुलिस को तलाश है।

एसटीएफ ने किया था चिह्नित

छोटा राजन गिरोह के आठ और शातिरों को दो साल पहले इलाहाबाद एसटीएफ ने पॉइंट आउट किया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार इन नये उम्र के युवकों के लिए बड़ी से बड़ी वारदात को अंजाम देना ईजी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार लखनऊ का बबलू श्रीवास्तव भी छोटा राजन गिरोह से जुड़ा रहा। इसी तरह जौनपुर में एसटीएफ ने छोटा राजन गिरोह के सक्रिय होने का दावा कई दफा किया है। कई सदस्य गिरफ्तार भी किए गए। साथ ही आजमगढ़ से भी छोटा राजन गिरोह से जुड़े युवाओं को पुलिस पकड़ चुकी है। मंगलवार को आतंक के पर्याय छोटा राजन के इंडोनेशिया में गिरफ्तार होते ही पूर्वाचल के जरायम वर्ड में यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद इस गैंग से जुड़े शातिर सेफ प्लेस तलाशने में जुट गए हैं।