-वाहनों पर प्रेस पुलिस लिखकर चलने वालों के खिलाफ सख्ती हुई शुरू

-एसएसपी के निर्देश पर ऐसे वाहनों की जांच के लिए सड़क पर उतरे पुलिस वाले

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शहर में मधुमक्खियों की तरह दौड़ रही पुलिस और प्रेस लिखी गाडि़यों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है। ऐसी गाडि़यों के खिलाफ कैंपेन चलाकर इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ये स्टेप एसएसपी के निर्देश के बात ट्रैफिक पुलिस ने उठाया है। मंगलवार को इस आदेश का पालन करते हुए ट्रैफिक पुलिस के जवान सड़क पर उतर आये और फर्जी ढंग से प्रेस पुलिस लिखकर चलते वाली दर्जनों गाडि़यों के खिलाफ कार्रवाई की।

हर चौराहे पर दिखे सख्त

बनारस में हुए हंगामे के बाद पूरा ध्यान त्योहारों में लगाने वाली पुलिस अब ट्रैफिक को लेकर संजीदा हो गई है। इसकी शुरुआत मंगलवार से प्रभारी टीआई अविचल पाण्डेय के नेतृत्व में चौराहों पर की गई। इसके तहत टीआई ने उन लोगों को निशाने पर लिया जो लोग प्रेस और पुलिस लिखकर चल रहे थे। प्रभारी टीआई के मुताबिक ये जरूरी है कि अगर आपने गाड़ी पर प्रेस या पुलिस का लोगों लगाया है या फिर लिखा है तो आपके पास आईडी कार्ड जरूर हो। क्योंकि प्रेस-पुलिस के नाम पर बनारस में हजारों गाडि़यां दौड़ रही हैं जो नियमों की अनदेखी भी करती हैं और ट्रैफिक पुलिस को परेशान भी कर दिया है। इसलिए एसएसपी के निर्देश पर ये कैंपेन शुरू हुआ है।

ब्लैंक नंबर प्लेट पर भी निशाना

अविचल पाण्डेय ने बताया कि फ‌र्स्ट डे अंधरापुल, मैदागिन और मलदहिया पर ये अभियान चलाया गया। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा प्रेस पुलिस लिखी अवैध गाडि़यों के खिलाफ कार्रवाई हुई। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक इस कैंपेन के दौरान वे गाडि़यां भी टारगेट पर हैं जिनके नंबर प्लेट पर कोई नंबर नहीं है और कोई लोगो, कमिंग सून या फिर कुछ अन्य लिखकर फर्राटा भर रहे हैं। वहीं एसपी ट्रैफिक डॉ। बीएन तिवारी के मुताबिक इस अभियान के बाद नवंबर से प्रेशर हॉर्न को लेकर अभियान शुरू किया जायेगा।