- माइनरों की नहीं हुई खोदाई, नलकूप भी हैं खराब

- विभाग नहीं दे रहा ध्यान इस बार भी परेशान होंगे किसान

CHANDAULI: चहनिया क्षेत्र में डेढ़ दर्जन नलकूप महीनों से खराब पड़े हैं। वहीं नलकूपों की नालियां जीर्ण-शीर्ण और क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इन्हें जल्द से जल्द ठीक नहीं कराया गया तो ¨सचाई कार्य में किसानों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।

धान की फसल होगी लेट

धान की नर्सरी डालने का समय आ चुका है। ऐसे में नलकूप ठीक रहें तो किसानों को न नर्सरी डालने में दिक्कत होगी न और ही ¨सचाई में। पर मरम्मत के नाम पर विभाग अभी भी मौन है। किसानों का मानना है कि जब किसान किसी तरह नर्सरी डाल चुके होंगे तब नलकूप बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। अभी से मरम्मत कार्य शुरू हो जाती तो शायद उन्हें धान की नर्सरी व रोपनी करने के लिए पानी या इंद्र की कृपा के लिए नहीं परेशान होना पड़ेगा। यही हाल क्षेत्र के दर्जनों ड्रेनों का है। जहां माइनरों की खोदाई व साफ सफाई वर्षाें से न होने के कारण वह भी खराब हो चुकी है। ऐसे में जब नहर का पानी आता है तो नहर जगह-जगह टूट जाती है और टेल के किसानों को पानी नहीं मिल पाता है। कहीं किसान पानी के लिए मोहताज होते हैं तो कहीं पानी अधिक होने पर फसल ही बर्बाद हो जाती है। क्षेत्र के चंदा ड्रेन, निधौरा माइनर, बान गंगा ड्रेन की खोदाई वर्षों पूर्व हुई थी और वर्तमान में यह कूड़े करकट से पट चुकी है। ऐसे में किसानों को सुविधा युक्त ¨सचाई का लाभ मिल पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। किसानों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ड्रेनों, नहरों, माइनरों सहित नलकूपों की मरम्मत कराने की मांग की है।