- विकास कार्यो के तय समय 30 जून बीतने के बाद भी काम पूरा न होने पर कमिश्नर हुए खफा, मांगी रिपोर्ट

- कई प्रोजेक्ट की बढ़ाई डेडलाइन

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कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण शुक्रवार को विकास कार्यो के सुस्त चाल नाराजगी जतायी। हृदय योजना के तहत शहर की 10 सड़कों के सुधार और मरम्मत कार्य पूरा कराए जाने की डेडलाइन 30 थी। लेकिन अभी काम पूरा नहीं हो सका है। इसी योजनांतर्गत 24 मार्गो पर कराए जाने वाले अंडरग्राउंड केबलिंग, सीवेज की भी प्रगति रिपोर्ट कमिश्नर ने तलब की है। ईएसएसएल के तहत हेरिटेज खंभे एवं लाइट की प्रगति धीमी होने को गंभीरता से लिया। हालांकि बाद में कमिश्नर ने कई प्रोजेक्ट की डेडलाइन आगे बढ़ाते हुए इस बार तत्परता से काम करने का निर्देश दिया।

कई काम हैं अधूरे

कमिश्नर शुक्रवार को अपने सभागार में जिले में चल रहे विकास व निर्माण कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। 81 हेरिटेज स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने व 55 फीसद काम होने पर वे काफी नाराज दिखे। दिसंबर 2017 तक हरहाल में काम पूरा करने का निर्देश दिया। विकास कार्य के दौरान उस स्थल के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं करने की हिदायत भी दी। पिपलानी कटरा, कबीरचौरा क्षेंत्र में हेरिटेज वॉक कार्य 40 फीसद होने पर इसे 30 सितंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया।

अब काम नहीं तो होगी कार्रवाई

ट्रांस वरूणा क्षेत्र में सीवर हाउस कनेक्टिंग चैंबर्स कार्य दो परसेंट ही होने पर नाराजगी जाहिर की। गंगा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इकाई को अभियान चलाकर मई 2018 तक हरहाल में पूरा करने को कहा। रामनगर से सामनेघाट तक पुल और मंडुआडीह ओवरब्रिज कार्य को 30 जून तक पूरा नहीं होने पर युद्धस्तर पर काम करने का निर्देश दिया। चौकाघाट फ्लाईओवर का काम सेतु निगम को 31 मार्च वर्ष 2018 तक हरहाल में पूरा कराने को कहा। उन्होंने विकास से जुड़े विभागों के हेड को निर्देश दिया है कि निर्धारित तिथि पर अपने-अपने कामों को पूरा कराएं, अन्यथा कार्रवाई तय हैं।