-कमिश्नर की बैठक में बैंक और शिकायतकर्ता हुए आमने-सामने, चला आरोपाें का दौर

-बैंक स्तर पर अटके हैं कई मामले, जरूरतमंद परेशान

VARANASI

माइक्रो कामधेनु और कुक्कुट विकास योजना के तहत पेंडिंग पड़े मामलों को लेकर कमिश्नर ने बैंक अधिकारियों के साथ मीटिंग की, जिसमें बैंक के अधिकारी और शिकायतकर्ता जब आमने-सामने हुए तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। बैंक के उच्च अधिकारी भी यह सुनकर हैरान नजर आए। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्ख्0 मामलों का निस्तारण क्8 जनवरी और एक मामले का ख्ख् जनवरी तक करने का आश्वासन दिया।

चंदौली कम तो जौनपुर अव्वल

कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने अपने कार्यालय सभागार में बैठक की। बैठक में मालूम पड़ा कि चंदौली में दस, गाजीपुर में ब्ब्, जौनपुर में भ्क् और वाराणसी में क्म् समेत मंडल में क्ख्क् मामले बैंक स्तर पर लंबित हैं। मीटिंग में चंदौली के मुरली श्याम तिवारी ने आरोप लगाया कि आवेदन करने के चार माह बाद भी जमीन का वैल्यूएशन नहीं हो सका है। जौनपुर के बड़ागांव निवासी रामचंद्र ने कहा कि माइक्रो कामधेनु के लिए ख्7 लाख के लोन के लिए भ्क् लाख की प्रापर्टी रखे जाने के बावजूद लोन नहीं दिया गया। बनारस के लखनपुर चोलापुर निवासी अशोक कुमार ने आरोप लगाया कि लोन लेते समय बैंक से जानकारी दी गई कि भ्0 परसेंट ब्याज लाभार्थी को ही जमा करना होगा। बैठक में मौजूद बैंक के अधिकारियों ने कमिश्नर को आश्वासन दिया कि सभी मामले क्8 जनवरी तक निस्तारित कर दिए जाएंगे। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त राजीव बनकटा, उप निदेशक पशुपालन समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।