वाराणसी (ब्यूरो)कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशल राज शर्मा ने सरैया, ढेलवरिया सहित अन्य बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण कियाराहत कार्य में जुटे अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने देने का निर्देश दियाउन्होंने बताया कि वाराणसी में अभी तक बाढ़ से करीब 66 सौ लोग प्रभावित हुए हैं, जिसमें 1290 लोग बाढ़ शिविर में रुके हैंबाकी अपने रिश्तेदारों और अन्य जगहों पर शरण ले लिया है.

भोजन का समुचित प्रबंध

डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि जनपद में कुल 40 बाढ़ राहत शिविर चिन्हित किए गए हैंकुल 11 बाढ़ राहत शिविर एक्टिव हैंबाढ़ राहत शिविर में गुरुवार को कुल 280 परिवार के 1290 लोग रुके हैं, जिसमें 12 वर्ष से कम बच्चों की संख्या 382 एवं वृद्धों की संख्या 132 हैशिविर में रह रहे व्यक्तियों के लिए भोजन/पानी का समुचित प्रबंध किया गया हैसाफ बिस्तर, प्रकाश, शौचालय, मेडिकल सुरक्षा आदि की व्यवस्था की गयी हैशुक्रवार से बच्चों को दो टाइम दूध और बुजुर्गों को फल भी दिए जाएंगे.

जूम पर अधिकारियों से की मीटिंग

देर शाम डीएम ने कई विभागों के अधिकारियों के साथ जूम पर बैठक कीइस दौरान अधिकारियों को जिम्मेदारी तय कीएडीएम सिटी को अस्सी, नगवां, मारुति नगर की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई हैइसी तरह एडीएम वित्त को सरैया से राजघाट और एडीएम प्रशासन को ग्रामीण के साथ ढाब क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया हैइसके अलावा सभी एसीएम और अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया हैएडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुट गई हैजनपद में राहत शिविरों हेतु कुल 40 मेडिकल टीम का गठन किया गया है, जिसमे उपचारित व्यक्तियों की संख्या 353 हैंबाढ़ से प्रभावित होने वाले पशुओं के लिए भूसा की व्यवस्था की गयी है तथा राहत शिविरों में पशु चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं

40

बाढ़ राहत शिविर नदी के किनारे चिन्हित

11

शिविरों में 1290 लोगों ने लिया आसरा

40

मेडिकल टीम का राहत शिविरों के लिए गठन