-चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के रणनीति में बनारस में हुई सेंधमारी

--Team से पहले फर्जीगिरी करने वालों ने भावी candidates से मांगी detail

-पहली बार पीके नाम से जारी हुआ fake e mail

VARANASI

पीएम नरेंद्र दामोदर मोदी को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाने वाले की प्लैनिंग में सेंध लग गयी है। पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के नाम पर जबरदस्त खेल हो रहा है। एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखने वाले पीके के मंसूबे पर विरोधी पानी फेरने में जुट गए हैं। आलम यह कि सोशल मीडिया से दूर रहने वाले पीके के नाम पर फेक आईडी जारी कर भावी कैंडिडेट्स से डिटेल मांग ली गई है। इसका खुलासा तब हुआ जब भावी कैंडीडेट्स को टीम पीके की ओर से फोन किया गया। आखिर फेक आईडी जारी कर डिटेल मंगाने वालों की मंशा क्या है, डिटेल का वो क्या करना चाहते हैं, इसके पीछे कौन लोग हैं? इन कई सवालों का जवाब ढूंढे नहीं मिल रहा है। नाम न लिखने की शर्त पर पीके टीम के एक ऑफिसर ने इसको गलत बताया।

टीम से पहले मांगी डिटेल

कांग्रेस ने यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव ख्0क्7 के लिए रणनीति बनाने का जिम्मेदारी प्रशांत किशोर को सौंपी है। चुनाव से कई महीने पहले ही टीम ने कैंडीडेट सेलेक्शन, सर्वे, रणनीति और प्रचार की कमान संभाल लिया है। इसी क्रम में भावी कैंडीडेट से अपने विधानसभा के प्रत्येक बूथ से दस-दस लोगों का नाम मांगा गया। इसके लिए बकायदा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से ई- मेल जारी किया गया है। कैंडीडेट्स इस पर अपना डिटेल मेल करते उसके पहले रणनीति में सेंधमारी करने वालों ने फेक ई-मेल जारी कर दिया और डिटेल मंगाने लगे।

तू डाल-डाल, मैं पात-पात

अपनी रणनीति के लिए फेमस पीके की प्लैनिंग को तोड़ने वाले उनसे भी आगे निकल गए। जब तक पीके की टीम भावी कैंडीडेट्स को एक-एक कर फोन कर ऑफिशियल ई-मेल देती, तब तक विरोधियों ने फोन कर फेक ई-मेल पकड़ा दिया। यही नहीं मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे कई कैंडीडेट्स ने फेक मेल आईडी पर अपना बायोडाटा व बूथ से रिलेटेड डिटेल भी भेज दिया। इनको इसके फेक होने की जानकारी तब हुई जब पीके टीम की ओर से फोन आया। इसके बाद तो इनके होश उड़ गए।

इस तरह का कोई ई-मेल व मोबाइल नंबर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी नहीं किया गया है। इसकी जांच करायी जाएगी और जो दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

सत्यदेव त्रिपाठी, प्रवक्ता, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी

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क्या मेरे लिए काम करेंगे?

फर्जीगिरी करने वाले यही नहीं रुके उन्होने भावी कैंडीडेट्स की ओर से भेजे गए बूथ कमेटी की लिस्ट में शामिल मेंबर्स के नंबर पर फोन भी करना स्टार्ट कर दिया है। बताया जाता है कि फोन करने वाले सीधे पूछ रहे हैं कि 'मैं दिल्ली से बोल रहा हूं क्या आप मेरी पार्टी के लिए काम करेंगे?' अनजान आदमी का ऐसा फोन पहुंचते ही लोग आश्चर्य में पड़ जा रहे हैं। लोग समझ ही नहीं पा रहे हैं कि बिना नंबर दिए सामने वाला कैसे फोन कर दे रहा है?