IIT BHU के पांचवें convocation में 1273 students को मिली डिग्री

आठ मेडल हासिल कर दिप्ती नैथानी ने फहराया मेधा का परचम, वैभव चौधरी को मिले छह मेडल

पद्मश्री प्रो। अशोक चौधरी व डॉ। अभय बंग ने स्टूडेंट्स को दी देश के लिए कुछ कर दिखाने की सीख

VARANASI:

सफलता की रंगत दुनिया के किसी रंग से अधिक गाढ़ी होती है। यह जिसके सिर सजती है तो उसका चेहरा एकदम से चमकने लगता है। सोमवार को बीएचयू का स्वतंत्रता भवन ऐसे ही दर्जनों दमकते चेहरों से आबाद दिखा। मौका था आईआईटी बीएचयू के पांचवें कन्वोकेशन का। ईमानदार मेहनत का परिणाम उनके हाथों में था। मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा लिये सब खुशी से लबरेज दिखे। कन्वोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट फेमस साइंटिस्ट मद्रास यूनिवर्सिटी के पद्मश्री प्रो। अशोक झुनझुनवाला व कम खर्च में बेहतर इलाज का अभियान चलाने वाले 'सर्च' के फांउडर डॉ अभय बंग ने शिरकत की। दोनों गेस्ट्स ने डिग्री लेने वाले स्टूडेंट्स को बेहतर करने की सीख दी तो साथ ही उन्हें यह भी बताया कि आपका किया काम बेहतर तब होगा जब वह समाज के काम आयेगा।

क्ख्7फ् स्टूडेंट्स को मिली डिग्री

कन्वोकेशन में विभिन्न कोर्सेज के क्ख्7फ् स्टूडेंट्स को डिग्री देने की संस्तुति की गयी। म्ब् स्टूडेंट्स को पीएचडी, ख्म्भ् स्टूडेंट्स को एमटेक व एमफार्मा, ख्क्म् को आईएएमडी व 7ख्8 को बीटेक व बीफार्मा की डिग्री दी गयी। समारोह में फ्9 स्टूडेंट्स को म्ख् मेडल दिये जाने थे। जिनमें छह अपशेंट रहे। इस बार भी खास यह रहा कि डिग्री और मेडल लेने के लिए सभी स्टूडेंट्स परंपरागत भारतीय परिधान में सजे दिखे। बॉयज जहां धोती कुर्ता या कुर्ता पायजामा पहने हुए थे तो ग‌र्ल्स साड़ी और सलवार कुर्ता में काफी फब रही थीं। इस बार सभी ने क्रीम कलर की सदरी भी पहन रखी थी। आईआईटी बीएचयू के लोगो से सजा उत्तरीय सभी स्टूडेंट्स के परिधान को और भी खास बना रहा था।

प्रोसेशन भी निकला

इसके पहले कन्वोकेशन की परंपरा का निर्वाह करते हुए प्रोसेशन निकला। प्रोसेशन का नेतृत्व आईआईटी के रजिस्ट्रार प्रो। माथुर ने किया। इसमें सीनेट मेंबर्स, आईआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नेस के चेयरमैन व बीएचयू के वीसी प्रो। जीसी त्रिपाठी, आईआईटी के डायरेक्टर प्रो। राजीव संगल व दोनो गेस्ट्स शामिल हुए। कन्वोकेशन का शुभारंभ महामना पं। मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित करने से हुआ। प्रो। जीसी त्रिपाठी ने कन्वोकेशन के शुभारंभ की घोषणा की। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो। राजीव संगल ने एनुअल रिपोर्ट पढ़ी और स्टूडेंट्स को डिसीप्लीन का पाठ पढ़ाया। इस अवसर पर डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रो जीवीएस। शास्त्री, रिसर्च एण्ड डेवलपेमंट के प्रो पीके जैन, रजिस्ट्रार डॉ.एसपी माथुर, बीएचयू के रजिस्ट्रार डॉ। केपी उपाध्याय आदि उपस्थित थे।

दीप्ति की झोली में आठ मेडल

आईआईटी बीएचयू के पांचवें कन्वोकेशन में सबसे अधिक आठ मेडल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की दीप्ति नैथानी की झोली में आये। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग बीटेक केमिकल इंजीनियरिंग वैभव चौधरी को छह मेडल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के अरमान गर्ग को छह मेडल, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के शुभम वर्मा को पांच, सिविल इंजीनियरिंग के पी। दीपक कुमार को चार, माइनिंग इंजीनियरिंग के संतोष कुमार और बी। फार्मा के अंकित मोदी को तीन-तीन मेडल और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के अश्रि्वनी कुमार सहाय और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अहमद हसन को दो-दो मेडल मिले।

देश में है बहुत चुनौतियां

बतौर मुख्य वक्ता टेलिकॉम एण्ड कंप्यूटर नेटवर्किंग गु्रप, आईआईटी मद्रास के प्रो। अशोक झुनझुनवाला ने स्टूडेंट्स को बधाई दी और उन्हें निरंतर सीखते रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि देश में जल, विद्युत, यातायात, गरीबी सबसे बड़ी चुनौतियां हैं जिसे प्रौद्योगिकी की मदद से ही दूर किया जा सकता है। कहा कि जब मैं वायरलेस टेलिफोन सेट की बात करता था तो लोग मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन मैंने वह कर दिखाया। कहा कि आप के पास करने के लिए बहुत कुछ है बशर्ते आप करना चाहें।

बदल दो समाज, आप में ताकत है

सोसाइटी फॉर एजुकेशन, एक्शन एंड रिसर्च इन कम्यूनिटी हेल्थ (सर्च) के संस्थापक डॉ.अभय बंग ने कहा कि एक शैक्षणिक संस्थान कार्यकुशलता और पद्धति की जानकारी दे सकता है लेकिन इसे लागू कहां करना है इसका निर्णय हमें स्वयं लेना होगा। उन्होंने कहा कि देश और समाज को बदल डालो। आपके हाथों में ताकत है।