-जरूरी नहीं कि सेहतमंद रहने वालों को नहीं होगा कोरोना
शहर में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक मरीज से शुरु हुआ कोरोना केस का आंकड़ा 900 के पार जा चुका है। इन आंकड़ों के बीच अब यह संक्रमण युवा वर्ग को भी प्रभावित कर रहा है। अभी तक लोग यही समझते आ रहे थे कि वे फिजिकली फिट हैं तो उन्हें कोरोना नहीं होगा, जबकि ऐसा नहीं है। एक्सपर्ट की मानें तो अगर आप सेहतमंद भी हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि आप कोरोना संक्रमित नहंी हो सकते। पिछले दिनों आई रिपोर्ट में कई बीएचयू के डॉक्टर तो कई यंगस्टर्स पॉजिटिव पाए गए जो पूरी तरह से फिट थे। मगर फिर भी कोरोना ने उन्हें जकड़ लिया। इसलिए इस वक्त सावधानी आवश्यक है। आप भी जानिये किस तरह से कोरोना से बचा जा सकता है।
सिर्फ कमजोर नहीं होंगे संक्रमित
डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आप यह सोच रहे हैं कि कोरोना सिर्फ बुजुर्गो या कमजोर लोगों का ही शिकार करेगा तो यह गलतफहमी मन से निकाल दें। इस संक्रमण से फिट लोगों को भी अलर्ट रहने के साथ बचाव की जरुरत है। इसके लिए अब हर किसी को फिजिकली डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और सेनेटाइजर का लगातार इस्तेमाल करना ही होगा। इम्युनिटी पावर को स्ट्रांग करते रहें, लेकिन उसके साथ ये सब सावधानी भी जरुरी है।
कैसे फैलता है कोरोना
-डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैला है।
-माना जा रहा है कि 2019-सीओवी सीफूड यानि समुद्री जीव खाने से फैला था, लेकिन अब यह पर्सन टू पर्सन फैल रहा है।
-किसी इंफेक्टेड पर्सन के छूने या फिर मुंह, नाक या आंखों को बार-बार छूने से भी इस वायरस का इंफेक्शन हो जाता है।
-कोरोना वायरस किसी भी इंफेक्टेड व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैल रहा है।
-ज्यादा खांसी, छींक या हाथ मिलाना संक्रमण होने का खतरा बढ़ा सकता है।
कोरोना से बचने के लिए क्या करें
1. व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें।
2. बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें।
3. साफ दिखने वाले हाथों को निरंतर धोएं।
4. छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें।
5. उपयोग किए गए टिशू को तुरंत बंद डिब्बे में फेकें।
6. बातचीत के दौरान लोगों से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें, विशेष रूप से फ्लू जैसे लक्षण दिखने वाले से।
7. अपने कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींके, अपने हाथों की हथेलियों में न खासें।
8. अपने तापमान को और श्वसन लक्षणों की जांच नियमित रूप से करें। अस्वस्थ्य महसूस करने पर (बुखार, सांस लेने में कठिनाई और खांसी) डॉक्टर से मिलें।
9. मिलने के दौरान, अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए मास्क का प्रयोग करें।
क्या नहीं करें:
1. हाथ न मिलाएं।
2. अगर आपको खांसी और बुखार महसूस हो रहा है तो किसी के साथ निकट संपर्क में न आएं।
3. अपनी आंख, नाक और मुंह को न छूए।
4. हाथों की हथेलियों में न छींके और न ही खासें।
5. सार्वजनिक जगहों पर न थूकें।
6. अनावश्यक यात्रा न करें, विशेषकर प्रभावित इलाकों में।
7. समूह में न बैठें, बड़े समारोहों में भाग न लें।
8. जिम, क्लब और भीड़-भाड़वाली जगहों पर न जाएं।
9. अफवाह और दहशत न फैलाएं।
10. झुंड में एक साथ कही भी न रहे।
दूरी है बेहद जरुरी
-बनारस में जब से मार्केट खुला है मरीजों की तादात लगातार बढ़ रही है।
-पहले सिर्फ प्रवासी या ट्रैवेल हिस्ट्री वालों में ही संक्रमण मिल रहे थे, मगर अब ऐसा नहंी है।
-अब ऐसे लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं जिनकी न कोई ट्रेवेल हिस्ट्री है और न संक्रमित व्यक्ति से कोई कॉन्टैक्ट
-इससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है सामाजिक दूरी और प्रिकॉसन्स
-अगर इस परिस्थिति में कोविड गाइडलाइन को फॉलो नहीं किया गया तो कोरोना संक्रमित होने से कोई नहीं बचा सकता।
इसके दौरान जरुर धोएं हाथ
- छींकने और खांसने के बाद
- बीमार व्यक्ति से मुलाकात के बाद
- शौचालय के इस्तेमाल के बाद
- खाने बनाने और खाने के बाद
- पशुओं को छूने के बाद
क्या हैं कोरोना के लक्षण
-इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं। संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खरास जैसी समस्या होती है।
-यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है।
-कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है।
-खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटी और हार्ट की बीमारी है।
कोरोना की पहचान
-तेज बुखार आना
अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए।
-यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे।
-अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है।
-कफ और सूखी खांसी
पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आ सकती है
-सांस लेने में समस्या
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है। सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है।
-फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
-डायरिया और उल्टी
कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए हैं। करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं।
-सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी
बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है
जो लोग यह सोचकर बिंदास घूम रहे हैं कि वे फिट हैं तो संक्रमित नहीं होंगे, यह धारणा गलत है। अब इस तरह के लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना से बचाव सिर्फ प्रिकॉशन ही है। इसलिए लोग जागरुक होने से साथ गाइडलाइन का पालन करें।
डॉ। एसएस कनौजिया, एसीएमओ