-चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने कैंट स्टेशन का किया इंस्पेक्शन

-वेटिंग हॉल सहित कैंपस में पैसेंजर्स अमेनटीज देख भड़के, ऑफिसर्स को सुनाया खरी खोटी

VARANASI

कैंट रेलवे स्टेशन का जब इंस्पेक्शन के समय ये हाल है तो बाद में कैसा होगा। स्टेशन का हाल देखने शनिवार को आए चेयरमैन रेलवे बोर्ड एके मित्तल कैंपस में चलते रहे और ऑफिसर्स से यही कहते रहे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन दोपहर एक बजे कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने सर्कुलेटिंग एरिया में बने नये वेटिंग हॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान रास्ते में सीवर का ढक्कन, जगह-जगह टूटे सीसी रोड व बेतरतीब रखे सामान को देख कर नाराजगी जतायी। ऑफिसर्स से कहा कि इस हालत में यात्री कैसे वेटिंग हॉल तक जाते होंगे। पैसेंजर्स की सुविधा का खास ध्यान रखा जाये। उन्होंने जल्द ही इस रास्ते को ठीक करने को कहा। वेटिंग हॉल की सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जब मेरे आने की सूचना पर सफाई व्यवस्था अच्छी नहीं है तो आम दिनों में यहां की सफाई व्यवस्था व इंतजाम कैसा होता होगा, यह बताने की आवश्यकता नहीं है।

पानी टपकता देख भड़के

पैसेंजर्स के लिए लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए नये वेटिंग हॉल में पानी टपकता देख सीआरबी भड़क गए। डीआरएम सहित इंजीनियरिंग के ऑफिसर्स से कहा कि पैसेंजर्स की सुविधा को लेकर आप लोग गंभीर नहीं हैं। सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। हॉल में बने वॉटर बूथ में लगे टैप को उन्होंने खुद चेक किया। कहा कि बूथ से बाहर टपक रहे पानी को तत्काल ठीक किया जाए। हॉल में बने दो केबिन पर भी ऑफिसर्स से सवाल जवाब किया। टूटा दरवाजा देखकर उनका चेहरा लाल हो गया। इस पर जब सवाल दागा तो ऑफिसर्स बगले झांकने लगे, कोई भी जवाब नहीं दे पाया।

समय से पूरे हों डेवलपमेंट वर्क

वेटिंग हॉल से आगे बढ़े एके मित्तल ने स्टेशन पर बनने वाले नये एफओबी के जगह को भी देखा। साथ ही अन्य डेवलपमेंट वर्क का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान संबंधित विभाग के ऑफिसर्स से सवाल जवाब किया। प्लेटफार्म नम्बर एक से पांच पर पहुंचे सीआरबी ने यहां चल रहे निर्माण कार्यो का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सभी डेवलपमेंट वर्क के पूरा होने का टाइम फिक्स किया जाए। कोशिश हो कि सभी वर्क अपने समय से पूरा हों। इंस्पेक्शन के बाद एके मित्तल डीएलडब्ल्यू रवाना हो गये।

कुलियों ने सौंपा ज्ञापन

चेयरमैन जब प्लेटफॉर्म नंबर एक पर इंस्पेक्शन कर रहे थे उसी समय कुली अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए घेराव किया। जिसके बाद सीआरबी ने उनका पत्रक लिया और वार्ता के लिए बुलाया। इसके बाद वे शांत हो गए।