-सारनाथ में हुए डबल मर्डर से भयभीत हैं स्थानीय लोग, शराब ठेका को मान रहे हैं वजह

-घनी आबादी, मंदिर, स्कूल, कोचिंग के आसपास चल रहे शराब ठेकों को बंद कराने के लिए अक्सर हो रहा आंदोलन

सारनाथ थाना एरिया के रजनहियां में मामूली विवाद पर हुए डबल मर्डर से एरिया के लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है। इस घटना के पीछे सीधे तौर पर शराब ठेका को दोषी मान रहे हैं। उनका कहना है कि शराब ठेका की वजह से अक्सर असमाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है। ऐसी ही घटनाओं से भयभीत होकर लोग घनी आबादी में खुल रहे शराब-बीयर के ठेकों का विरोध कर रहे हैं। सामनेघाट

में बीयर की दुकान खुलने के विरोध में काशीनाथ आठ दिन तक भूख हड़ताल पर बैठे रह गए। चेतगंज, लेबर मंडी तिराहे के पास एक मंदिर के पास खुली बीयर की दुकान बंद कराने को लेकर पब्लिक सड़क पर आंदोलन के लिए उतर गई।

अराजकतत्वों का जमावड़ा

नई आबकारी नीति के तहत देसी-अंग्रेजी और बीयर की दुकान खुलने का विरोध अभी तक जारी है। अप्रैल माह से अब तक लगभग पचासों कम्पलेन लेटर सिर्फ आबकारी विभाग में सहायक आयुक्त आबकारी को मिले। वहीं प्रधानमंत्री के संसदीय व जनसम्पर्क कार्यालय रविंद्रपुरी में भी हर दिन दुकान खुलने के विरोध संबंधित लेटर पड़ रहे हैं। पब्लिक यही दुहाई दे रही है कि जब से शराब की दुकानें खुली हैं अराजकतत्वों का जमावड़ा बढ़ गया है। शराबी गाली गलौज से लेकर महिलाओं पर छींटाकशी करने से बाज नहीं आ रहे।

शराब ठेका खुलने के विरोध में कई शिकायत पत्र मिल रहे हैं। जांच के बाद जरूरी कदम उठाया जा रहा। आबकारी नियम के विरूद्ध खुली अंग्रेजी-बीयर की दुकानों पर कार्रवाई की जा रही है।

करूणेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त आबकारी

नियम के विरूद्ध जहां कहीं भी शराब-बीयर की दुकानें खुली हुई हैं। जांच कराकर उन्हें बंद कराया जा रहा है।

योगेश्वर राम मिश्र, डीएम

आवंटित दुकानें

285

देसी शराब

165

अंग्रेजी शराब

143

बीयर

8

माडल शॉप

50

से अधिक कम्पलेन लेटर पहुंचे है दुकान बंद कराने को लेकर आबकारी कार्यालय में

35

ठेका बंद कराने के लिए पीएम के संसदीय कार्यालय में पड़े हैं लेटर