-देश में हो रहे आतंकी हमले व high alert के बाद भी शहर में नहीं चेत रहे हैं लोग

-बिना verification कराये धड़ल्ले से किराये पर दे रहे हैं कमरे

--Sleeping modules इस लापरवाही का उठा सकते हैं फायदा

VARANASI

अपने शहर बनारस में हर वक्त दहशतगर्तो के घुसने का डर बना रहता है। हर पल खुफिया एजेंसियां किसी अनहोनी घटना के होने की आशंका जताते हुए जांच पड़ताल में जुटी रहती हैं लेकिन लगता है बनारस के लोग अपने शहर में खद ही किसी बड़े कांड को अंजाम दिलाने में तुले हुए हैं। क्योंकि सिटी में लोग बगैर जांच पड़ताल किये किराये पर कमरा देने का काम जोर शोर से कर रहे हैं। इसका फायदा अब तक गुंडे बदमाश उठा ही रहे थे पर अगर समय रहते नहीं चेते तो इसका खामियाजा हर किसी को भुगतना पड़ सकता है क्योंकि आतंकियों के नापाक मंसूबों को पूरा करने की कोशिश में उनके साथी जी जान से जुटे हैं। इसके लिए स्लीपिंग मॉड्यूल शहर में उनके छुपने के लिए ठिकाना मुहैया कराने में जुटे हैं। इसलिए किरायेदारों को रखने में बरती जा रही लापरवाही पूरे शहर के लिए खतरे का कारण बन सकती है।

नियम तो है लेकिन

किरायेदारों को रखने से पहले उनके वेरीफिकेशन का नियम काफी पुराना है। इसमें किरायेदारों के आने पर थानों से वेरीफिकेशन फॉर्म लेकर उनकी पूरी डिटेल पुलिस को मुहैया करानी होती है। जिसके बाद पुलिस किरायेदारों का वेरीफिकेशन अपने लेवल पर करती है। इससे बड़ा फायदा ये होता है कि चोर उचक्के या बदमाश आपके घर में ठिकाना नहीं बना पाते लेकिन इस छोटे से प्रॉसेस से बचने के लिए लोग जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण गलत लोग आसानी से किराये पर कमरा पा जा रहे हैं। खुफिया सूत्रों की मानें तो यही लापरवाही शहर के लिए भारी पड़ सकती है क्योंकि देश में हो रहे आतंकी हमलों के बीच आतंकी बनारस को फिर निशाना बना सकते हैं। इसके लिए वो नाम पता बदलकर किराये पर रहकर शहर की रेकी भी कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि बगैर जांच के कमरा किसी को न दें।

आसान है process

- किरायेदारों का वेरीफिकेशन जरूरी और आसान है।

- थानों पर वेरीफिकेशन फॉर्म उपलब्ध है।

- यूपी पुलिस की वेबसाइट से भी फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।

- यूपी पुलिस के सिटीजन कॉप एप्प पर भी आप वेरीफिकेशन की डिटेल दे सकते हैं।

- इसके लिए आपको किरायेदार का नाम, उसका असली पता और एक फोटो पुलिस को देनी होगी।

- जिसके बाद पुलिस अपने लेवल पर किरायेदार की पूरी जांच कर लेगी।

किराये पर रहकर करते थे वारदात

- दो दिन पहले पुलिस ने रईस बनारसी गैंग के शातिर बदमाशों को पकड़ा था।

- ये बदमाश शहर में अलग-अलग जगह पर किराये पर रहकर वारदात कर रहे थे।

-शातिर चोरों को पिछले हफ्ते पुलिस ने पकड़ा।

- ये भी कई घरों में किरायेदार बनकर रह रहे थे।

- पिछले साल किराये पर रह रहे एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या सिगरा में हुई थी।

- दुश्मनों ने उसे उसी घर में घुसकर मारा था जहां वो किराये पर रहता था।