-पिछले साल संतों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में 22 सितम्बर को काला दिवस मनाने की घोषणा के बाद पुलिस हुई चौकन्नी

-हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर खुफिया विभाग ने गड़ाई नजर

VARANASI

पिछले साल गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान संतों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में निकाली गई प्रतिकार यात्रा के दौरान हिन्दूवादी संगठनों द्वारा किये गए उत्पात को ध्यान में रखते हुए पुलिस व खुफिया विभाग इस बार ज्यादा अलर्ट है। ख्ख् सितम्बर को संतों के होने वाले विरोध प्रदर्शन में हिन्दू संगठनों को दूर रखने की तैयारी की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि कि संतों की आड़ में कुछ तथाकथित लोग एक बार फिर शहर की फिजा को बिगाड़ सकते हैं। इसलिए पुलिस के आला अफसरों ने हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर विशेष निगरानी के आदेश दिए हैं।

आगजनी और किया था हंगामा

दरअसल पिछले साल शहर में संतों की आड़ में काफी बवाल हुआ था। पुलिस व खुफिया विभाग ने इस बवाल के बाद कई हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को पुलिस जीप में आग लगाने, बूथ फूंकने व पुलिस वालों पर हमला करने के आरोप में पकड़ा था। इन्हें जेल भेजने के साथ ही कई पर रासुका तक लगाई गई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने पिछले साल हुए बवाल के बाद उपद्रवी के रूप में चिन्हित किये गये लोगों को उनके घरों में ही कैद करने की तैयारी की है। हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी इस बारे में अभी कुछ नहीं बोल रहा है। लेकिन एसपी सिटी सुधाकर यादव का कहना है कि ख्ख् सितम्बर को काला दिवस संत अपने मठों में ही मनाने को तैयार हो गए हैं लेकिन कुछ संगठन के लोग अपने इलाकों में विरोध करने की तैयारी किए हुए हैं। गोदौलिया पर भी विरोध प्रदर्शन हो सकता है। इसलिए ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और ख्ख् तारीख को गोदौलिया पर भी एहतियातन फोर्स लगाई जायेगी।