-विशेश्वरगंज मंडी में गाजीपुर के कारोबारी से ढाई लाख की लूट

-घटना से नाराज एसएसपी ने कोतवाली इंस्पेक्टर को किया लाइन हाजिर

बनारस में ताबड़तोड़ लूट की घटना को अंजाम देने वाले बिहार के कटियार गैंग के सरगना को पकड़कर पुलिस गहरी नींद सो गयी थी। लुटेरों ने बुधवार को दिनदहाड़े विशेश्वरगंज मंडी में गाजीपुर के कारोबारी से ढाई लाख की लूट लिया। कोतवाली पुलिस देर तक घटना को लेकर हीलाहवाली करती रही। मामला कप्तान तक पहुंचा तो उनका पारा चढ़ गया। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने देर शाम इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया। सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों की पहचान की जा रही है। मंडी के कारोबारियों ने बढ़ते घटना पर आक्रोश व्यक्त किया।

बनकर आए पुलिस वाले

गाजीपुर के खानपुर निवासी किराना कारोबारी चंदन मोदनवाल ढाई लाख रुपये लेकर खरीददारी करने बनारस आए थे। कैंट से आटो पकड़ विशेश्वरगंज मंडी में पहुंचे और सुबह में करीब साढ़े दस बजे थोक कारोबारी रिक्की मोदनवाल के दुकान पहुंचे। दुकान खुली नहीं थी तो चबूतरे पर बैठकर आराम करने लगे। तभी दो बाइक पर सवार तीन बदमाश पहुंचे और पुलिसिया अंदाज में चंदन से बोले तुमको साहब बुला रहे हैं। आजकल असलहा तस्करों की चेकिंग की जा रही है। काले रंग की बैग में क्या है? चलो साहब को दिखाओ। इतना कहते ही चंदन कुछ समझ पाता तब तक एक बदमाश ने उसके हाथ से छीन लिया और रुपये निकाल लिए। जब तक कारोबारी कुछ समझता तीनों बाइक पर सवार होकर भाग निकले। चंदन ने जब बैग खोला तो देखा रुपये गायब थे। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। मौके पर सीओ कोतवाली बृजनंदन राय, इंस्पेक्टर शरद त्रिपाठी पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पड़ताल में जुट गए। देर शाम तक कोई नतीजा नहीं निकलने से खफा एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शरदचंद्र त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया।

मंडी बनी बदमाशों का अड्डा

पिछले एक माह राजघाट एरिया में बदमाशों ने ऐसे ही लूट की वारदात को अंजाम दिया था। विशेश्वरगंज मंडी के व्यापारियों का आरोप है कि मंडी बदमाशों का ठिकाना बन गयी है। चोरी और छिनैती से हासिल रुपये का बदमाश यहां बंटवारा करते हैं। इसकी शिकायत कई बार कोतवाली में की गई लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। पुलिस वाहनों से वसूली के मामले में अधिक एक्टिव दिखती है।