पूर्व विधायक की संपत्ति पर कब्जे का मामला, थाने पर धरना-प्रदर्शन और पुलिस के खिलाफ सपा नेताओं ने की नारेबाजी

VARANASI: यूपी में पुलिस पूरी तरह से सत्ता के कब्जे में है और मनमानी पर उतारु है। इस बात का जीता जागता उदाहरण बुधवार को कोतवाली थाने में बुधवार की शाम देखने को मिला। यहां अपनी ही संपत्ति पर हक जताने पहुंचे कारोबारी के विरोध में पहले वहां अवैध कब्जा करने वाले ने विरोध किया, फिर कब्जा करने वाले ने सपा नेताओं को बुलाकर थाने में ही हंगामा शुरू कर दिया।

मलदहिया के संजय कुमार जायसवाल के नाना पूर्व विधायक स्व। गिरधारी लाल की बुलानाला में संपत्ति है। मृत्यु से पूर्व उन्होंने नाती संजय व प्रदीप के नाम संपत्ति कर दी। संजय ने बताया कि मकान के निचले हिस्से में नाना ने डा। रामकिशोर को दुकान किराये पर दी थी। उनकी मृत्यु के बाद से दुकान बंद थी। कारोबार बढ़ाने के लिए बुधवार की शाम जब वह बुलानाला स्थित बंद दुकान का ताला खोलने पहुंचे तो पड़ोस से संटू यादव वहां पहुंचा और दुकान पर अपना हक जताते हुए विरोध करने लगा। विवाद के दौरान संजय ने इंस्पेक्टर कोतवाली को सूचना दी। इंस्पेक्टर ने दोनों पक्ष को थाने पर बुलवाया। संटू की ओर से सपा नेता लालू यादव समेत कई सपाई थाने पहुंचे और इंस्पेक्टर को अरदब में लेने की कोशिश की। इंस्पेक्टर ने गलत काम से इनकार कर दिया तो सपाई वहीं नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। मामला बिगड़ते देख इंस्पेक्टर ने दुकान की चाभी बिना जांच- पड़ताल के सपा नेता के हवाले कर दी और पीडि़त पक्ष मुंह ताकता रह गया।