-शहर में डायरिया का फैला प्रकोप, बच्ची समेत दो की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

-लोहता के कोटवां में बीमारियां खत्म होने का नहीं ले रही नाम

-गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स के बेड डायरिया के पेशेंट्स से हुए फुल

VARANASI

शहर में डायरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। गर्मी के बढ़ते पारे की तरह डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सोमवार को लोहता के कोटवां गांव में डायरिया की चपेट में आने से मासूम बच्ची व बजरडीहा में युवती की मौत हो गई। इसके बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने सिटी में अलर्ट जारी कर डोर-टू-डोर क्लोरीन की गोली और पैम्फलेट बांटकर लोगों को डायरिया से बचाव के लिए अवेयर करना शुरू कर दिया है। एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा व दीनदयाल हॉस्पिटल सहित प्राइवेट हॉस्पिटल्स के बेड डायरिया से पीडि़त मरीजों से फुल चल रहे हैं। मंडलीय हॉस्पिटल में तो आलम यह है कि हीट स्ट्रोक वॉर्ड में डायरिया के पेशेंट्स का एडमिट किया जा रहा है।

एसीएमओ ने थामा कमान

काशी विद्यापीठ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले लोहता, कोटवां गांव में बीमारियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी दिमागी बुखार तो कभी डायरिया का प्रकोप गांव में बराबर बना हुआ है। सोमवार को डायरिया की चपेट में आने से मुस्लिमपुरा में तीन साल की मासूम नादिरा की मौत हो गई। जबकि इसी मुहल्ले के आधा दर्जन लोग आसपास के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं मुस्लिमपुरा से अपने मायके बजरडीहा आई ख्8 वर्षीय सलमा की भी रविवार की रात डायरिया से मौत हो गई। डायरिया के बढ़ते प्रकोप को कंट्रोल करने के लिए एसीएमओ डॉ। राहुल सिंह के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम कोटवां में कैंप किए हुई है।

चार एरियाज में हाई एलर्ट

स्वास्थ्य विभाग ने डायरिया को लेकर सिटी के चार एरिया को चिन्हित कर उन्हें हाई एलर्ट घोषित कर दिया है। इनमें सरैयां, जलालीपुरा, अमलपुरा और काशी विद्यापीठ ब्लॉक शामिल हैं। यहां घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से क्लोरीन की गोली व लोगों को डायरिया से बचाव के लिए पैम्फलेट बांटा जा रहा है।

कोटवां में गंदगी का साम्राज्य

कोटवा गांव में हर तरफ गंदगी का साम्राज्य है। सीवर ओवरफ्लो और बजबजाती नालियां बीमारियां को बढ़ा रही हैं। मुस्लिमपुरा सहित कई बस्तियों में शुद्ध पेयजल सप्लाई की कमी और साफ सफाई के अभाव के कारण यहां के लोग हर दूसरे दिन अस्पताल की ओर रुख करते हैं। सीएमओ ने जिला प्रशासन को लेटर लिखकर कोटवां में साफ-सफाई की डिमांड की है।

क्या है डायरिया

-डायरिया एक गंभीर बीमारी है जो संक्रमण से होता है। साफ-सफाई से नहीं रहने, दूषित पानी व बासी खाना खाने से डायरिया फैलता है। बिना ढके हुए भोजन का सेवन करने, बाजार में खुले हुए कटे फल व जूस का सेवन करने से भी ये रोग जकड़ लेता है। इस बीमारी में पेशेंट उल्टी दस्त से बेहाल हो जाता है।

डायरिया के लक्षण

-जल्दी जल्दी दस्त होना

-पेट में तेज दर्द व मरोड़

-उल्टी, डिहाइड्रेशन होना

-हाथ-पैर में कमजोरी महसूस होना

-बार-बार मुंह सूखना

बचाव

-साफ पानी पीएं

-टॉयलेट के बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोएं।

-खाना खाने से पहले हाथ को साफ पानी से साफ करें।

-बासी खाना खाने से परहेज करें।

-बाजार में बिक रहे कटे, फल, जूस, शर्बत व मसालेदार चीजों से परहेज करें।

-दिन भर में खूब पानी पीएं।

-घर से बाहर निकलते वक्त पानी पीकर निकलें।

डायरिया से मौत होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है। हालांकि यह सच है कि कोटवां में बीमारियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एसीएमओ के नेतृत्व में एक टीम वहां कैंप कर लोगों का इलाज कर रही है।

डॉ। वीबी सिंह

सीएमओ