-मंडलीय हॉस्पिटल के इमरजेंसी स्थित डेंगू वॉर्ड में घुस रहे हैं मच्छर, वॉशरूम-टॉयलेट की विंडो है डैमेज

-डेंगू वॉर्ड के बाहर व्याप्त है भारी गंदगी, चारों तरफ पनप रहे हैं मच्छर

VARANASI :

मंडलीय हॉस्पिटल के इमरजेंसी वॉर्ड डेंगू के संभावित मरीजों से भरा पड़ा हुआ है। डेंगू वॉर्ड में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। फिर भी डेंगू वॉर्ड का हाल बेहाल है। डेंगू वार्ड में प्रवेश करते ही हर विंडो पर जाली जरूर देखने को मिल जाएगी, पेशेंट बेड पर मच्छरदानी भी लगा है। लेकिन जब वॉर्ड में बने टॉयलेट-वॉशरूम में इंटर करेंगे तो आपके भी होश उड़ जाएंगे। पहले तो वॉशरूम के दरवाजा की कुंडी टूटी हुई है। दूसरा यह कि वॉशरूम-टॉयलेट में लगी खिड़कियां टूट गई हैं। जो हमेशा खुली ही रहती है जिससे मच्छरों सहित विषैले जीव जंतु डेंगू वॉर्ड में प्रवेश कर रहे हैं।

विंडो के पास भारी गंदगी

डेंगू वॉर्ड के वॉशरूम की दोनों खिड़कियां टूटी हुई हैं। वहीं खिड़की की दूसरी तरफ झाड़-झंखाड़ उगा हुआ है। जहां भारी गंदगी जमा हुई है, जहां मच्छरों की भनभनाहट साफ सुनाई देती है। बावजूद हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की नजर डेंगू वॉर्ड के बाहर की सफाई व्यवस्था पर नजर नहीं दौड़ा रही है। कई बार तीमारदारों ने शिकायत की लेकिन हमेशा की तरह शिकायत को अनसुना कर दिया गया।

नहीं जा रहा किसी का ध्यान

महिला हॉस्पिटल में चल रहे निर्माण कार्य के मलबे भी इमरजेंसी गेट के आसपास जमा है। इमरजेंसी वॉर्ड का मेन गेट से चंद कदम की दूरी पर सीवर का पानी जमा हुआ है। इसमें कीड़े, मच्छरों का बसेरा है। इस तरफ न तो महिला हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन का ध्यान जा रहा है और न ही मंडलीय एडमिनिस्ट्रेशन का।

खुद करें बचाव

-अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा सफाई रखें

-किसी भी स्थान पर देर तक पानी जमा नहीं होने दें

-दिन हो या रात फुल स्लीव के कपड़े पहनें

-मच्छरों को घर से दूर भगाने का इंतजाम रखें

-मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी सबसे कारगार है

-कूलर में नियमित रूप से मिट्टी का तेल डालें, पानी लगातार बदलते रहें

क्या है इलाज

-ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेना

-बुखार होने पर पैरासिटामॉल दवा लेना

-पूरी तरह से आराम करना

-हालत बिगड़ने पर अस्पताल में एडमिट हो

-पपीते का पत्ता और गिलोय का रस, गेंहू की बाली का रस लें

ये हैं लक्षण

-तेजी से बुखार चढ़ना

-सिरदर्द, आंखों में दर्द

-मांसपेशियां, जोड़ों में दर्द

-शरीर पर चकत्ते उभरना

-उल्टी, भूख न लगना

-पेट में दर्द होना

डेंगू वॉर्ड के मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं। टॉयलेट-वॉशरूम की विंडो डैमेज होने की जानकारी हमारे तक नहीं पहुंची है। यदि डैमेज हैं तो उसे बहुत जल्द दुरुस्त करा दिया जाएगा।

डॉ। आरपी चतुर्वेदी

एसआईसी,

मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा