-मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के फिर से जी उठने की मनाई खुशियां

-चर्चेज से लेकर घरों तक दिखी ईस्टर फेस्टिवल की रंगत

VARANASI

हजारों साल पहले एक शुक्रवार को इंसानियत के दुश्मनों ने परमेश्वर के बेटे प्रभु यीशु को क्रूस पर लटका दिया था। पूरी इंसानियत इस क्रूरता से दहल गई। पर यह क्या मरने के तीसरे दिन प्रभु यीशु रविवार ईस्टर को फिर से जी उठे। दुखों के दिन बीत गये और हर तरफ खुशियां बिखरी दिखायी देने लगीं। प्रभु जी उठे हैं अब किसी को कोई दुख नहीं होगा। हर कोई खुश होगा। प्रभु के जी उठने की खुशी में चर्चेज से लेकर घरों तक आकर्षक सजावट की गयी थी। हर तरफ लोग खुशियां मनाते-बांटते दिखे। ईस्टर बन खिला कर लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी।

स्पेशल प्रेयर का हुआ आयोजन

बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी में फेस्टिवल का उत्साह दिखा। चर्जेज में स्पेशल प्रेयर का आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के लोग शामिल हुए। वे सुबह-सुबह अपने हाथों में कैंडिल लेकर चर्च गये और वहां प्रेयर किया। कैंटोमेंट स्थित सेंट मेरीज महागिरजाघर में फादर युजीन जोसफ, लाल गिरजाघर में पास्टर सैम जोशुआ सिंह,सेंट पॉल चर्च सिगरा में रेव्ह संजय दान, सेंट थॉमस चर्च गोदौलिया में रेव्ह न्यूटन स्टीवंस, केथेड्रल महागिरजाघर में फादर विजय आनंद राज, बेथेल फुल गास्पल चर्च महमूरगंज में रेव्ह अरविंद थॉमस, चर्च ऑफ बनारस में रेव्ह बैन जॉन व तेलियाबाग चर्च में रेव्ह आदित्य कुमार की अगुआई में सुबह की प्रार्थना सभा संपन्न हुई। घरों और चर्चेज में लोगों ने प्रभु के जी उठने की खुशी में एक से बढ़कर एक कैरल गाये।