-ब्रांडेड शूज, आईफोन लेकर कर रहे हैं प्रचार, सदरी पर झाड़ रहे हैं लिलेन का कुर्ता-पायजामा

-खादी मार्केट भी हुआ बम-बम, कारोबार में चालीस परसेंट की आई उछाल

VARANASI

कल तक जो गली-मुहल्ले में जींस टीशर्ट पहनकर नेतागिरी कर रहे थे आज वह भी ब्रांडेड में ढल चुके हैं। अब उनके पहनावे में बहुत बदलाव आ चुका है। ब्रांडेड का मतलब पैरों में नाइकी, एडिडास, पूमा का जूता, कलाई में राडो-रोलेक्स की घड़ी, गले में मोटी चेन और बदन पर लिलेन का कुर्ता-पायजामा या फिर ब्रांडेड जींस पर लिनेन की व्हाइट शर्ट डाले नेताजी के संग प्रचार प्रसार में एक किये हुए हैं। दरअसल, ब्रांडेड में जिसे 'डी' बोलते है उसकी ब्रिकी जोरों पर चल रही है। विधानसभा प्रत्याशी या फिर उनका चुनाव देख रहे पदाधिकारी ऐसे छुटभैये नेताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए ब्रांडेड आइटम्स परोस रहे हैं। वहीं नेताजी लोग खुद खादी पर अपना विश्वास बनाए हुए हैं। खादी की सदरी, कुर्ता-पायजामा की ब्रिकी में तेजी से इजाफा होता जा रहा है। खादी बाजार के कारोबार में पिछले एक माह में लगभग 40 परसेंट तक की उछाल आई है। चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे नेताओं में से कितनों को जीत हासिल होगी यह तो 11 मार्च का दिन ही बताएगा लेकिन नेताओं की चुनावी लड़ाई का फायदा खादी भवन को जरूर हो रहा है।

D का मतलब डुप्लीकेट

ब्रांडेड शूज या जींस-शर्ट खरीदने जाइये तो कम से कम पांच से छह हजार में एक जोड़ी शूज मिलेगा। वहीं जींस खरीदने पर तीन से चार हजार रुपये आराम से खर्च होते हैं। इसलिए नेताजी लोग हुबहू ब्रांडेड कंपनियों के डी आइटम्स पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। दो से ढाई हजार में शूज, पांच से एक हजार में घड़ी और हजार से पंद्रह सौ रुपये में जींस और पांच सौ में लिलेन की शर्ट भी मार्केट में अवेलेबल है। जो देखने में हुबहू ब्रांडेड से कम नहीं लगेगा। दालमंडी, चौक, नई सड़क में डी का बड़ा कारोबार चल रहा है।

मोदी-जवाहर पहली पंसद

हर नेता की कोशिश है कि वह झक सफेद खादी कुर्ता पायजामा और मोदी-जवाहर बंडी (सदरी) पहन कर जनता जर्नादन के बीच पहुंचे। इसके लिए नेताओं ने एक ही साथ कई जोड़ी खादी के कुर्ता, पायजामा और सदरी सिलवाई है। लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए इन नेताओं ने पारंपरिक खादी के कुर्ते पायजामे के अलावा कुछ अलग तरह के डिजाइनर कुर्ते पायजामे भी बनवाए हैं।

शॉर्ट कुर्ता पर अधिक जोर

चालीस पार कर चुके लोग भले ही सफेद खादी के कुर्ते-पायजामे बनवा रहे हों, लेकिन युवाओं में रंग-बिरंगे कुर्तो का क्रेज है। डिमांड के अनुसार बाजार में हरे, गुलाबी, लाल, क्रीम व अन्य कलर के कुर्ते उपलब्ध हैं। मोदी छाप व सफेद कुर्ते की मांग कुछ ज्यादा है। भाजपा नेता जहां गेरुवे व पीएम नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर रंगीन कुर्ते खरीद रहे हैं। वहीं कांग्रेसी व अन्य राजनीतिक दलों से जुडे़ नेता व कार्यकर्ता खादी के सफेद कुर्ते पायजामे बनवा रहे हैं।

कार्यकर्ता खुद तो खादी के वस्त्र खरीदने आ ही रहे हैं साथ ही कुछ प्रत्याशी भी अपने कार्यकर्ताओं के लिए ऑर्डर दे रहे हैं। इनमें ज्यादातर वे कार्यकर्ता हैं जो प्रत्याशी के साथ चुनाव प्रचार में चल रहे हैं।

संदीप सिंह, संचालक

खादी भंडारण

नेताजी लोग पहुंच रहे हैं तो पहले कार्यकर्ताओं के लिए खरीदारी कर रहे हैं। खादी के कुर्ता-पाजामा व सदरी के लिए पिछले बीस दिनों में ज्यादा ऑर्डर मिले है। अलग-अलग टेलर्स से इसे तैयार कराया जा रहा है।

आरके सिंह

संचालक, खादी भंडारण

कीमत पर एक नजर

सदरी उलेन 900-ब्,000 रु।

सदरी कॉटन म्00-ख्,000 रु।

पायजामा-कुर्ता म्000-ख्,000 रु।

गमछा कलर ख्00 से फ्00 रु।

मसलिन - क्फ्0 से ख्00 रुपये मीटर

पोली -क्ख्भ् से ख्भ्0 रुपये मीटर

सूती -क्00 से ख्भ्0 रुपये मीटर

मटका -ब्00 से भ्00 रुपये मीटर