-न्यू सेशन से शुरू हो रहे हैं बेसिक के इंग्लिश मीडियम स्कूल

-हिंदी में पढ़ाई करने वाले बच्चे अचानक कैसे पढ़ पाएंगे अंग्रेजी

-बेसिक शिक्षा के शिक्षक और अभिभावक इसको लेकर पशोपेश में

यूपी सरकार की मंशा है कि बेसिक स्कूल के स्टूडेंट्स फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करें। कॉन्वेंट स्कूल्स की तर्ज पर बेसिक शिक्षा विभाग ने शहर के 50 परिषदीय विद्यालय को इंग्लिश मीडियम में बदल दिया। न्यू सेशन से इन स्कूल्स में इंग्लिश मीडियम से ही पढ़ाई होगी। एक, दो व तीन की कक्षाओं में बच्चों का एडमिशन लिया जाएगा। यानि कि लास्ट सेशन में जो बच्चे कक्षा दो में रहे उन्हें तीन में एडमिशन मिलेगा, जो कक्षा एक में रहे उन्हें कक्षा दो में दाखिला मिलेगा। लेकिन संशय इस बात का है कि कक्षा दो और एक में पढ़ने वाले बच्चे अचानक दो और तीन की अंग्रेजी में कैसे दक्ष हो पाएंगे? जबकि उनका बेस ही मजबूत नहीं हो सका है। मतलब की कक्षा एक और दो में तो बिल्कुल भी इंग्लिश मीडियम से अनजान रहे। ऐसे में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई फेस कर पाना बच्चों और टीचर दोनों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा।

अंग्रेजी से हैं अनभिज्ञ

परिषदीय विद्यालय के टीचर ही चयनित इंग्लिश मीडियम स्कूल्स में बच्चों को पढ़ाएंगे। इन शिक्षकों को भी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिरकार जो बच्चा कक्षा दो में अंग्रेजी से दूर-दूर तक अनभिज्ञ था, अब वही बच्चा पास होकर न्यू सेशन आते ही कक्षा तीन में दाखिला लेगा। ऐसे में इंग्लिश मीडियम की कक्षा तीन की पढ़ाई नए बच्चों के समझ में नहीं आने वाली। इसका खामियाजा बच्चों के साथ ही टीचर भी भुगतेंगे। क्योंकि न्यू सेशन से स्कूल्स में हर मंथ पेरेंट्स-टीचर की मीटिंग (पीटीएम) भी होगी और शिक्षा में कमजोर बच्चों के पेरेंट्स का सवाल-जवाब किया जाना तय है।

प्राइवेट स्कूल्स की ओर निगाहें

कुछ टीचर्स का तर्क है कि बेसिक के इंग्लिश मीडियम स्कूल में वही बच्चे सफल हो पाएंगे जो पूर्व में किसी प्राइवेट इंग्लिश मीडियम में अध्ययनरत रहे हों। यदि ऐसे बच्चे एडमिशन लेते हैं तो उन्हें पढ़ाने में दिक्कत नहीं होगी। ऐसा तभी संभव हो पाएगा जब प्राइवेट स्कूल से बच्चे आएंगे या फिर विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों को उसी कक्षाओं में रि एडमिशन देकर उन्हें एक्स्ट्रा क्लास दिया जाए।

हर ब्लाक से पांच-पांच स्कूल्स

बेसिक शिक्षा विभाग ने डिस्ट्रिक्ट के हर ब्लाक से पांच-पांच स्कूल को इंग्लिश मीडियम में तब्दील कर दिया गया है। पचास स्कूल में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई होगी। इसके लिए हेडमास्टर भी चयनित कर लिए गए हैं, लेकिन टीचरों की 245 पोस्ट में से महज 184 टीचर ही इंग्लिश मीडियम से पढ़ाने के लिए आवेदन किए। इनका इंटरव्यू और रिटेन हो गया है, ट्रेनिंग भी दी गई। शेष टीचर्स का वेट किया जा रहा है।

इंग्लिश मीडियम के स्कूल में एक, दो और तीन कक्षा में बच्चों का एडमिशन होगा। उन्हें पढ़ाने के लिए टीचर को ट्रेनिंग दी गई है, बच्चे जल्द ही दक्ष हो जाएंगे।

बृज भूषण चौधरी, बीएसए