-बैंक का फायर सिस्टम एक महीने से पड़ा है खराब

-खतरा भांपते हुए फायर ब्रिगेड ने दिया था नोटिस

-समय से नहीं बुझती आग तो करोड़ों का होता नुकसान

VARANASI

कचहरी स्थित एसबीआई मेन ब्रान्च में डेली करोड़ों रुपयों का लेन देन होता है। इसमें सरकरी करेंसी भी शामिल होती है। हजार करोड़ रुपये हर वक्त बैंक में मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद यहां फायर सिस्टम ध्वस्त है। शनिवार की शाम आग लगने के बाद इसका खुलासा हुआ। फायर ब्रिगेड ने खतरे को पहले ही भांप लिया था। उसने बैंक को नोटिस जारी किया था। लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। शुक्र था कि आग जल्दी बुझा ली गयी नहीं तो नुकसान काफी बड़ा होता है।

तो न पड़ती जरूरत

बैंक में लगाया गया फायर फाइटिंग सिस्टम काफी एडवांस है। हर कमरों की सिलिंग पर फव्वारे सेंसर से जुड़े हैं। धुआं उठते ही खुद ब खुद पानी की बौछार शुरू हो जाती है। इससे आग नुकसान करने से पहले बुझ जाती है। फिलहाल यह सिस्टम काम नहीं कर रहा था। इसे सिस्टम को ठीक करने के लिए फायर ब्रिगेड के ऑफिसर राकेश राय ने बैंक को नोटिस जारी की थी। लेकिन बैंक अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

एक महीना पहले दी थी नोटिस

एसबीआई मेन ब्रांच में एक महीने पहले आग लगी थी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने पूरे बिल्डिंग की जांच की। फायर फाइटिंग सिस्टम खराब होने पर बैंक को नोटिस दी थी। साथ ही इसे जल्द दुरुस्त कराने के लिए कहा था लेकिन उसे ठीक नहीं कराया गया। इसके पहले भी जून ख्0क्ख् में भी भीषण आग लगी थी। इस दौरान भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। उस वक्त आग तीसरे फ्लोर पर बने कैंटीन में आग लगी थी।

करेंसी और मेन सर्वर रहे सेफ

आग जिस सिस्टम से शुरू हुई वहां से बैंक को पॉवर बैकअप मिलता है। हालांकि यह मेन सर्वर रूम नहीं है। आग सर्वर रूम की ओर लगती तो बैंक का पूरा सिस्टम ठप हो जाता और कई दिनों तक काम भी बाधित हो जाता। वहीं करेंसी एरिया भी बैंक के पिछले हिस्से में होने से राहत रही। लपटें यहां तक पहुंचीं तो करोड़ों रुपये राख हो जाते। बैंक को भारी नुकसान होता।

एक महीने पहले बैंक के फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच की गयी तो वह काम नहीं कर रहा था। इसके लिए उन्हें नोटिस दी गयी थी। लेकिन उसके बाद भी बैंक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

राकेश राय, चीफ फायर ऑफिसर