वेटिकन के राजदूत की अगुवाई में बिशप का हुआ धर्माध्यक्षीय अभिषेक संस्कार

कार्यक्रम में शामिल हुए विभिन्न प्रान्तों के 30 धर्माध्यक्ष और 300 धर्म पुरोहित

VARANASI

वाराणसी धर्मप्रांत के नए बिशप के रूप में फादर युजिन जोसफ की नियुक्ति पर मसीही समुदाय के शीर्ष पुरोहितों ने सोमवार को औपचारिक रूप से मुहर लगा दी। कैंटोनमेंट स्थित सेंट मेरीज चर्च में वेटिकन के राजदूत बिशप सालवतोरे पिनाक्कियो की मौजूदगी में हुए धर्माध्यक्षीय संस्कार में उनका अभिषेक कर जिम्मेदारी सौंपी गयी। मुम्बई महाधर्मप्रांत के कार्डिनल ओस्वाल्ड ग्रेशियस और आगरा महाधर्मप्रान्त के आर्क बिशप अल्बर्ट डिसूजा समेत भारत के विभिन्न प्रान्तों के फ्0 धर्माध्यक्ष और फ्00 धर्म पुरोहित धर्माध्यक्षीय संस्कार के साक्षी बने। इस मौके पर कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, पिण्डरा विधायक अजय राय, काशी विद्यापाठी के कुलपति पी नाग, बौद्ध धर्म के सुमित थेरो समेत विशिष्टजन मौजूद रहे।

ढाई घंटे चला अभिषेक संस्कार

सुबह नौ बजे चर्च में वेटिकन के राजदूत और भारत, नेपाल के नान्शिया बिशप सालवतोरे पिनाक्कियो ने कार्डिनल ओस्वाल्ड ग्रेशियस और आर्क बिशप एल्बर्ट डिसूजा के साथ पूजा (मिस्सा बलिदान) कराई और बाइबिल के सन्देश पढ़कर सुनाया। इसके साथ धर्माध्यक्षीय संस्कार शुरू हुआ जो करीब ढाई घंटे तक चला। बिशप के हाथ पर पवित्र तेल लगाया गया ताकि वह दूसरों के लिये अनुकरणीय बनें। कलीसिया के प्रति वफादारी के प्रतीक स्वरूप बिशप रिंग पहनाई गई। इसके अलावा उन्हें माइटर (बिशप टोपी) व स्टाफ (बिशप डण्डा) देकर धर्माध्यक्षीय संस्कार पूरा किया गया। इस अवसर पर वेटिकल के राजदूत ने उपस्थित लोगों से सभी धर्मो का आदर करने की अपील की। बिशप युजिन जेसेफ के धर्माध्यक्षीय संस्कार के बाद चर्च में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें गीत संगीत के साथ उन्हें बधाई दी गई।

गेस्ट्स को दी गई पोप की किताब

वेटिकन के राजदूत पोप फ्रांसिस की लिखी किताब बौद्ध गुरु सुमित थेरो, अतिथियों को भेंट की गयी। इस दौरान आगरा के आर्क बिशप एल्बर्ट डिसूजा ने सालवातोरे को अंगवस्त्रम पहनाकर अभिवादन किया। धर्माध्यक्षों ने बिशप युजिन को भी अंगवस्त्रम पहनाकर सम्मान किया। उन्हें स्मृति चिन्ह दिया गया। बिशप युजिन के अभिषेक को देखने के लिए पूर्वाचल भर से लोग बनारस पहुंचे थे। भीड़ को देखते हुए पांच से सात हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। मुख्य मंच पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी।