-वरुणा में बढ़ाव का क्रम हुआ तेज, आबादी की तरफ बढ़ने लगे हैं वरुणा के कदम, सहमे लोग तलाश रहे हैं सुरक्षित ठिकाना

- गंगा में भी दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से जारी है बढ़ाव

VARANASI

जुलाई में गंगा में बढ़ाव के बाद घटाव होने से लोगों ने राहत की सांस ली थी लेकिन एक बार फिर पिछले तीन दिनों से गंगा में बढ़ाव काफी तेज हो गया है। वहीं वरुणा के बढ़ाव की स्पीड भी सभी को हैरान कर रही है। इसके कारण वरुणा से सटे तटीय इलाकों के लोग अब सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए हैं और शुरू हो चुका है पलायन।

पहाड़ों के पानी का असर

दरअसल पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों पर लगातार बारिश जारी है। इसका असर देर से ही सही लेकिन अब गंगा में दिखने लगा है और गंगा के जलस्तर में सामान्य से लगभग फ्.ब् मीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बढ़ाव की ये रफ्तार मंगलवार को फ्9 सेमी यानि लगभग ख् सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जारी रही। केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक मंगलवार की सुबह गंगा का बढ़ाव पर रहा। जिसके कारण सोमवार को दर्ज हुए वाटर लेवल म्7.98 मीटर में बढ़ाव के बाद मंगलवार को वाटर लेवल म्8.फ्7 मीटर पर पहुंच गया। जिसके कारण गंगा सीढि़यों से होती हुई प्लेटफॉर्म पर पहुंच गई है और शीतलाघाट पर शीतला मंदिर में भी गंगा के पानी के बीच पूजा पाठ सम्पन्न हो रहा है।

कई परिवार छोड़ चुके हैं घर

गंगा के साथ वरुणा में बढ़ाव का क्रम जारी है। वरुणा पार सरैया के रहने वाले हाजी औकास अंसारी का कहना है कि वरुणा ने पिछले दो तीन सालों के दौरान अपना जो रौद्र रूप दिखाया है। उससे अब हम सब सहम गए हैं। हर साल वरुणा गंगा से ज्यादा तबाही मचा रही है। जिससे बढ़ी आबादी इफेक्टेड होती है। इस बार भी वरुणा में हो रहे बढ़ाव के कारण सरैया, पुराना पुल समेत कई मुस्लिम इलाकों में रहने वाले लोग सेफ प्लेस के लिए मूव करने लगे हैं। सबसे ज्यादा चिंता में इस इलाके में पावरलूम चलाने वाले बुनकर हैं। क्योंकि हर बार वरुणा में बढ़ाव के कारण गृहस्थी तो बर्बाद होती ही है साथ में हथकरघे भी डूब जाते हैं। जिसके कारण कारोबार ठप हो जाने से रोजी रोटी का संकट गहराने लगता है।

पलायन को मजबूर

वरुणा के जल स्तर में हो रही बढ़ोत्तरी के कारण वरुणा पार के अधिकांश मुस्लिम और निचले इलाके प्रभावित होते हैं। इसके चलते वरुणा का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। इस वजह से सरैया, शैलपुत्री, पुरानापुल, पुलकोहना, ककरहवा, घार, नक्खीघाट, शक्करतालाब, मडि़या, ऊंचाहुआ, तीन पुलिया इलाके के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। इन इलाकों के लोगों की मानें तो अब तक क्00 से ज्यादा परिवार अपना घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में निकल चुके हैं। वहीं भ्00 से ज्यादा परिवार वरुणा के लगातार बढ़ते सहमे हुए हैं और घर छोड़ने पर मजबूर हैं।

डेट बढ़ाव

सात अगस्त म्7.0फ् मीटर

आठ अगस्त म्7.98 मीटर

नौ अगस्त म्8.फ्7 मीटर

(ये सारे आंकड़े केन्द्रीय जल आयोग से मिले हैं)।

गंगा में बढ़ाव को देखते हुए नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। गंगा किनारे हर वक्त चौकसी बरतने को कहा गया है। वरुणा पार के इलाकों पर भी प्रशासन नजरे रखे हुए है।

विजय किरन आनंद, डीएम