आईपीएल में जलवागर कामरान खान शेन वॉर्न की नजर में टॉरनेडो थे, मगर पूर्वांचल के होने का ठप्पा उन पर इतना भारी पड़ा कि क्रिकेट के मैदान से खेत के मैदान तक पहुंच गये। एक से बढ़कर एक लद्धड़ बॉलर्स के साथ खेल रही उनकी टीम पुणे वॉरियर्स नीचे से टॉप करने जा रही है। नेहरा व कैप्टन गांगुली दादा की धुलाई गद्दे की रुई की तरह हो रही है मगर 140 किमी पर ऑवर की स्पीड से बॉलिंग करने वाले कामरान को बैरंग वापस भेज दिया गया, वो भी बिना कोई कारण बताये। शायद उन्हें सिर्फ खेल आता है, वो खेल नहीं जो बुलंदी पर टिके रहने के लिए आज जरूरी हो चला है। आई नेक्स्ट ने कामरान की दुखती रग पर हाथ रखा तो उनकी भर आई आंखों ने हर उस चीज की चुगली कर दी जो उनकी गुरबत के लिए जिम्मेदार है। आज हम आपको बताएंगे एक टॉरनेडो के थम जाने की दास्तान


आखिर क्यों थम गया कामरान का तूफान?

शेन वॉर्न की आंखों के तारे और टीम इंडिया के भावी सितारे कामरान नाम का तूफान सचमुच थम गया या उस पर भी वही राजनीति हावी हो गई जिसने पूर्वांचल की कई प्रतिभाओं को असमय जीम लिया। ये जानने के लिए आई नेक्स्ट टीम उसके गांव नंदवा सराय, घोसी पहुंची। घर का पता मालूम न था। गांव के एक बच्चे से पूछा तो उसने अपने हीरो के यहां ले जाने के लिए कहा, आवा हमरे साथÓ। लगा कि कामरान गांव का हीरो बन चुका है। लड़का घर पहुंचा, मीडिया के आने की सूचना इशारों में दी। अचानक बरामदे में कुर्सियां लग गईं, सबने अपने अस्त-व्यस्त कपड़े-लत्ते अप-टू-डेट किये। कामरान भी मौजूद थे। इसके बाद शुरू हो गया

बातचीत का सिलसिला.
पहला सवाल दागा गया कि आईपीएल चल रहा है और आप यहां, मिस तो बहुत कर रहे होंगे? आब्विअस था, कामरान की आंखें भर आईं, सारे जवाब मिल गये।

अब तो फोन भी नहीं उठाते
घर भेजे जाने का कारण पूछने पर कामरान कहते हैं, यही सवाल तो मुझे भी साल रहा है। कहते हैं, मुझे कोई कारण नहीं बताया गया, बस कहा गया आप जा सकते हैं, जरूरत होगी तो बुला लिया जाएगा। छ: और लोगों को भी वापस भेजा गया था लेकिन उन्हें बुला लिया गया जबकि टीम मैनेजमेंट से जुड़े लोग मेरा फोन नहीं उठाते।

एक मौका तो देते
कामरान निराश हैं। कहते हैं, मुझे एक मौका तो दिया होता, पूरा यकीन है कि टीम को जीत की राह पर डाल देता। मगर मैं तो शो पीस बनकर रह गया। शुरू में तो कैप्टन सौरव गांगुली ने कहा कि ठीक है, अच्छा कर रहे हो, मौका मिलेगा मगर ऐन वक्त पर मैं फाइनल टीम से बाहर हो गया।

पूर्वांचल का होना एक ड्रॉबैक
कामरान खुलकर तो कुछ नहीं बोलते मगर इतना तो समझा ही जा सकता है कि यूपी का लेवल उनके लिए एक ड्रॉबैक है। दोयम व्यवहार के साथ भेदभाव टैलेंट को दरकिनार कर देती है। ऑस्ट्रेलियन आइकॉन स्पिनर व राजस्थान रॉयल्स के एक्स कैप्टन शेन वॉर्न उन्हें टीम इंडिया के भावी मेम्बर के रूप में देखते हैं। मगर अपने देश के लोगों को ये आग दिखाई नहीं देती। टीम की दुर्गति होने के बाद भी उनके लिए परफॉर्मेंस के कोई मायने नहीं हैं। एक ओवर में 25-25 रन लुटाने वाले बॉलर्स ढोए जा रहे हैं। मगर 140 की स्पीड वाला एक पेसर अपने गांव में खेत-खलिहान की धूल फांक रहा है।

परफॉर्मेंस को किया दरकिनार
ऐसा नहीं है कि कामरान निराश हैं, वो मुंबई पुलिस व इस्लाम जिमखाना की ओर से खेलते हैं। इस्लाम जिमखाना की ओर से खेलते हुए उन्होंने एक क्लब लीग में पांच मैचों में 19 विकेट्स चटकाये और 245 रन भी बनाये। उनका खेल देखने वाले उन्हें भविष्य का इरफान पठान कहते हैं।

वॉर्न के ट्वीट ने दी जिंदगी
शेन वॉर्न के लेटेस्ट ट्वीट ने कामरान के अंदर जोश भर दिया है। अब वो दोगुने जोश के साथ मेहनत करने पर आमादा हैं। वो कहते हैं, वॉर्न के ट्वीट से मैं खुशी से पागल हो गया हूं, मैं अब अपनी परफॉर्मेंस से सबको जवाब दूंगा। लेकिन उन्हें इस बात का दुख भी है कि किसी बड़े भारतीय क्रिकेटर ने उन्हें उस ढंग से सपोर्ट नहीं किया। वॉर्न से मेसेज के जरिये कम्युनिकेशन करता हूं, वो मुझे काफी एनकॅरेज करते हैं।

Report by: Vivek Srivastava for inextlive.com from Nadwa Sarai, Mau