वाराणसी (ब्यूरो)। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के सुंदर स्थापत्य व दिव्य स्थापना के बाद अब पहली बार एक मार्च को महाशिरात्रि पर्व को भव्य तरीके से मनाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस बार मंदिर के पारंपरिक द्वार के साथ श्रद्धालु और वीवीआईपी गंगा नदी द्वार से प्रवेश कर बाबा पर जल अर्पण कर सकेंगे। कई दिनों तक चलने वाले इस पर्व में देश-विदेश 10 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। परंपरागत शिव बारात और जुलूस की अनुमति मिलने से समूचे बनारसियों का मिजाज बम बम हो गया है। लाखों-लाख लोग महाशिरात्रि के पर्व को मनाने को बेकरार हैैं।
श्रद्धालु करेंगे स्मूथ फिलिंग
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण होने के बाद यह पहली बार है जब कॉरिडोर परिसर में महाशिवरात्रि की धूम रहेगी। यूपी के चीफ सेक्रेटरी दुर्गाशंकर मिश्रा ने बताया कि इस बार महाशिरात्रि का उत्सव विशेष होगा। पहली दफा बाबा दर्शन को आने वाले लाखों-लाख श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन को सहज बनाया जा रहा है। इससे कि श्रद्धालु आसानी से पूजा कर अच्छी यादों के साथ विदा लें।
गंगा घाटों पर बहेगी सुर सरिता
बनारस में महाशिवरात्रि को लेकर गंगा घाटों को सजाया और संवारा जा रहा है। आगामी 26 से 28 फरवरी तक राजघाट, अस्सी, राजेंद्र प्रसाद समेत कई घाटों पर स्वर लहरियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेंगे। पहली मार्च को कंबाइड रूप से मुख्य सेलिब्रेशन कॉरिडोर परिसर में होगा।
गंगा नदी द्वार मंदिर में इंट्री
काशी विश्वनाथ मंदिर के इतिहास में पहली बार होगी, जब नदी यानी गंगा नदी द्वार से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालु के साथ वीवीआईपी भी इंट्री कर बाबा के दर्शन कर सकेंगे। जानकारी से मुताबिक महाशिरात्रि को आम श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसके लिए दोपहर बाद गंगा द्वार से वीवीआईपी दर्शन को रोक दिया जाएगा। गंगा नदी में सैलानी सुरक्षा की दृष्टि से नदी में बैरिकेटिंग और सभी बोट को क्यूआर कोड के जरिए सेफ्टी फीचर्स से लैस किया जा रहा है।
लाइव दर्शन ऐप लांच
बाबा धाम में सुगम दर्शन-पूजन और क्राउड मैनेजमेंट को लेकर लाइव दर्शन ऐप लांच किया गया। इस ऐप के माध्यम से श्रद्धालुओं का दर्शन-पूजन और प्रशासनिक सहुलियत को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। अभी इस ऐप पर महाशिरात्रि को लेकर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार को मिलाकर 3 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
सुरक्षाऐसी की परिंदा भी न मार पाए पर
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के भव्य स्वरूप को देखने और पूजन करने केवल दिसंबर में 15 से 18 लाख श्रद्धालु उमड़े थे। अब लॉकडॉउन के खुलने और 19 फरवरी से नाइट कफ्र्यू के हटने से शिव भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं है। लिहाजा, पहली बार एक मार्च को महाशिरात्रि पड़ रही है। इसी महीने सातवें फेज में बनारस में वोटिंग भी होनी है। लिहाजा, चार दिवसीय आयोजन में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स, पुलिस, पीएसी, जल पुलिस, एनडीआरएफ और गोताखोर तैनात रहेंगे।
इस बार क्या है खास
- वाटर-वे गंगा नदी द्वार से श्रद्धालुओं की इंट्री
-शिव बारात को अनुमति
-ड्रोन कैमरे से निगरानी की मार्डन व्यवस्था
-तीन दिनी सांस्कृतिक प्रोग्राम की रहेगी धूम
-सुरक्षा को लेकर जोन व सेक्टर में डिवाइड मंदिर परिसर
-लाइव पूजा और दर्शन के लिए ऐप लांच
-दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए फ्री ई-रिक्शा की व्यवस्था
दिव्य और भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम अपना पहला शिवरात्रि पर्व मनाने जा रहा है। परंपरागत शिव बारात और आयोजनों की अनुमति मिलने से शिव भक्तों में खुशी है। श्रद्धालुओं के दर्शन और सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैैं.
-पीयूष तिवारी, पीआरओ, विश्वनाथ मंदिर