वाराणसी (ब्यूरो)विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर सैकड़ों युवकों से करोड़ों रुपये ऐेंठकर ठग फरार हो गएठगी के शिकार युवकों ने रविवार को लालपुर पांडेयपुर थाने पहुंचकर तहरीर दीपुलिस मामले की जांच कर रही हैतहरीर के अनुसार बिहार के सिवान निवासी पप्पू ङ्क्षसह ने जलालीपुरा निवासी शिवकुमार के हुकुलगंज स्थित रामङ्क्षसह कटरा में काशी ओवरसीज नाम से कार्यालय खोला थाइसमें पप्पू ङ्क्षसह के साथ निधि तिवारी और रघुवीरदास भी थेचंदौली के संघनी निवासी राजेश शर्मा, बलिया के मुंगडीह निवासी अमित कुमार सहित 70 से 80 लोगों को उज्बेकिस्तान में नौकरी दिलाने का झांसा दियाआरोप है कि हर युवक से 70 हजार से एक लाख रुपये तक वसूला था.

होटल में ठहराकर भाग निकले

उज्बेकिस्तान के विमान में भेजने के लिए सभी को लेकर तीनों आरोपित दो दिसंबर को दिल्ली गए थेवहीं एक होटल में ठहराकर तीनों आरोपित भाग निकलेपरेशान युवक वापस वाराणसी स्थित आफिस आए तो यहां ताला बंद थावहां से सभी थाने पहुंचे और तहरीर दीयुवकों का कहना है कि ठगी का शिकार हुए युवकों की संख्या चार सौ से अधिक हैसभी से रुपये वसूले गए हैंबेरोजगारों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए हैं.

बेरोजगारों को फंसाने की साजिश

ठगी का शिकार हुए अमित कुमार, राजेश शर्मा समेत अन्य युवकों ने बताया कि विदेश में नौकरी के बारे में जानकारी देने वाले मोबाइल एप एमवनडी वन पर इंटर इंजीनियङ्क्षरग कंपनी का एक विज्ञापन दिया गया थाइसमें उज्बेकिस्तान में ढेरों नौकरी का आफर थाअच्छी सैलरी और तमाम सुविधाओं का जिक्र थाइस पर ही हुकुलगंज स्थित आफिस के बारे में जानकारी दी गई थीबलिया, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, समेत आसपास के जिलों के तमाम युवक आफिस पहुंचे.

सभी से वसूले रुपये

पप्पू ङ्क्षसह, निधि तिवारी और रघुवीरदास ने सभी युवकों से मोटी रकम वसूली। 15 से 20 हजार रुपये आनलाइन लिए। 50 हजार से अधिक कैश लियासभी का आनलाइन इंटरव्यू हुआइंटरव्यू लेने वाला ङ्क्षहदी में बात करता था लेकिन खुद को उज्बेकिस्तान का बताता थाजिसने रुपये दिए उनको वीजा आदि देकर उज्बेकिस्तान जाने के लिए दिल्ली ले गएहोटल में ठहराया गया थाउन्हें बताया गया कि रात दो बजे की फ्लाइट हैसभी को सात बजे एयरपोर्ट जाने के लिए तैयार होने को कहाइसी बीच मौका पाकर आरोपित वहां से फरार हो गए.

मुंबई भी गए थे कई युवक

ठगी के शिकार युवकों को जानकारी मिली कि तीनों आरोपित पप्पू ङ्क्षसह, निधि तिवारी और रघुवीरदास 70 से 80 युवकों के दल को मुंबई भी ले गया थाइनसे भी उज्बेकिस्तान भेजने के नाम पर रुपये वसूले गए थेजिनके साथ युवक गए थे वह युवकों को होटल में छोड़कर फरार हो गया था.

आफिस में फेंका पड़ा था पासपोर्ट

युवकों से ठगी करने वाले सभी का पासपोर्ट अपने पास रख लेते थेयुवक रविवार को आफिस पहुंचे तो देखा कि वहां ताला बंद हैमकान मालिक शिव कुमार से ताला खुलवाया तो उसमें ढेरों पासपोर्ट फेंके हुए थेउन्होंने उज्बेकिस्तान के साथ अजरबैजान में भी नौकरी दिलाने के दिलाने का दावा कर रहे थे.