--G-20 देश के डेलीगेट्स ने काशी विश्वनाथ मंदिर में किया दर्शन-पूजन

-भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली को किया नमन

VARANASI

दुनिया के आर्थिक विकास पर चर्चा करने को जुटे जी-ख्0 देशों के डेलीगेट्स ने दो दिनी बैठक के बाद गुरुवार को बनारस भ्रमण किया। काशी विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेका, भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली को नमन किया। वो काशी की धर्म और संस्कृति से अभिभूत हुए तो सारनाथ में देश की विरासत व स्मारकोंो देख अचंभित रहे।

मंगला आरती में हुए शामिल

सचिव भारत सरकार समीर खरे के नेतृत्व में जी-ख्0 देशों के ख्0 प्रतिनिधि भोर में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। इसमें यूएस, कनाडा, जापान समेत अन्य देशों के डेलीगेट्स थे। आरती में शामिल होने आए अधिकतर विदेशी मेहमान काशी विश्वनाथ की महिमा से परिचित थे। मंगला आरती में शामिल होने के बाद विदेशी मेहमान होटल पहुंचे और आराम किया। आराम और नाश्ते के बाद सभी सारनाथ के लिए रवाना हुए।

इतिहास से हुए परिचित

सुबह नौ बजे सारनाथ पहुंचे जी-ख्0 देशों के डेलीगेट्स का अधीक्षण पुराविद केसी श्रीवास्तव ने स्वागत किया। सदस्यों को लेकर पुरातत्व संग्रहालय के कर्मचारी व टूरिस्ट गाइड सबसे पहले सारनाथ पुरातात्विक खंडहर पहुंचे। वहां डॉ। शैलेंद्र त्रिपाठी ने विदेशी मेहमानों को अशोक स्तंभ, धर्मराजिका स्तूप व धमेख स्तूप के साथ ही प्राचीन स्मारकों, अवशेष दिखाने के साथ ही उनके इतिहास से परिचित कराया। पुरातात्विक खंडहर में भारत के इतिहास का एक हिस्सा देखने के बाद जी-ख्0 देशों के सदस्य पुरातात्विक संग्रहालय गए। वहां डॉ। नितिश सक्सेना ने सदस्यों को संग्रहालय में मौजूद भारत का राष्ट्रीय चिन्ह दिखाया। संग्रहालय में मौजूद प्राचीन अवशेष व मूर्तियों का इतिहास जानने के साथ ही विदेशी मेहमान उन्हें अपने कैमरों में कैद करना नहीं भूले। यहां के बाद सभी सदस्य मूलगंध कुटी बौद्ध विहार पहुंचे। बुद्ध मंदिर प्रभारी भिक्षु धम्म रत्‍‌न ने खाता भेंटकर विदेशी गेस्ट्स को दर्शन-पूजन कराया।