-गंगा से गंदगी निकालकर उस पार रेत में लगा रहे हैं ठिकाने

-सफाई के नाम पर फैल रहा है श्रद्धालुओं का फेंका माला-फूल, पॉलिथिन व दीया

VARANASI

Scene-1

अस्सी घाट पर गंगा में बह रहे फूल-माला को एक नाव पर जमा किया जा रहा है। कुछ लोग घाट पर जमा गंदगी को भी इस नाव पर डाल रहे हैं। नाव काफी भर जाती है तो नाविक उसे लेकर उस पार पहुंचता है। सारी गंदगी को रेत में बेतरतीब तरीके से फैला देता है। उसे उसी हालत में छोड़कर वापस लौट आता है।

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दशाश्वेध घाट पर आने वाले श्रद्धालु गंगा में स्नान कर रहे हैं। हाथ में माला-फूल लेकर गंगा में चढ़ा रहे हैं। कुछ लोग थर्मोकोल के प्लेट में रखे दीयों को बहा रहे हैं। इससे घाट किनारे काफी गंदगी जमा हो रही है। कुछ लोग इसे निकालकर एक नाव में भर रहे हैं। नाव को उस पार ले जाकर सारी गंदगी को वहीं गिरा दे रहे हैं।

फायदा नहीं नुकसान हो रहा

ये दोनों सीन्स यह बताने के लिए काफी हैं कि गंगा की सफाई का क्या हाल है। हर रोज बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं। पीएम से लेकर डीएम तक इस पर अपनी गंभीरता दिखा रहे हैं लेकिन सफाई की हालत सबके सामने है। गंगा में काफी गंदगी है। यहां तक कि जिन घाटों पर हर रोज हजारों लोग स्नान करने आते हैं उन घाटों पर पानी काला हो चुका है। गंगा से गंदगी हटाने के लिए कुछ अत्याधुनिक मशीनें भी आयीं लेकिन हालात में खास सुधार नहीं हुआ। वहीं कुछ प्रमुख घाटों पर गंगा में मौजूद गंदगी को हटाने के लिए कुछ नावों को लगाया गया है। इस पर सवार लोग गंदगी को पानी से निकालकर नाव पर डालते हैं। इनमें श्रद्धालुओं द्वारा फेंका गया माला-फूल, पॉलिथिन, दीया आदि होता है। इस गंदगी को ऐसी जगह ठिकाने लगाना चाहिए जहां इनकी वजह से कोई नुकसान ना हो। लेकिन जिन्हें सफाई का जिम्मा दिया गया था वो गंगा उस पार गंदगी डालकर उसे फिर गंदा करने का इंतजाम कर देते हैं।

गंदगी लौटती है गंगा में

-गंगा पार रेत में हर रोज बड़ी मात्रा में गंदगी गिरायी जा रही रही है

-गंगा से गंदगी निकालकर डेली उसे कई नावों में भरकर उस पर ले जाया जाता है

-उस पार रेत पर सैर-सपाटा को जाने वाले गंदगी छोड़ देते हैं

-बाढ़ के दौरान सारी गंदगी लौटकर वापस गंगा में आती है

-गंदगी के साथ मौजूद कई पदार्थ से जहरीला रसायन गंगा के पानी में पहुंचता है

-गंदगी की वजह से रेत में बसेरा बनाने वाले कछुओं को नुकसान पहुंचता है

-गंदगी की वजह से जमा होने वाले परिंदे केमिकल से प्रभावित होते हैं

गंगा पार गंदगी को रोकना जरूरी है। इसके लिए नगर निगम गंभीर है। सीमा से बाहर होने की वजह से कई बार सफाई योजना बनाने में अड़चनें आती हैं। गंगा को साफ-सुथरा रखने के लिए जरूरी है कि गंगा के उस पार भी सफाई रखी जाए।

श्रीहरि प्रताप शाही

नगर आयुक्त