- 24 घंटे में डेढ़ मीटर से ज्यादा बढ़ा वाटर लेवल, घाट किनारे अस्थाई दुकान लगाने वाले सुरक्षित स्थानों की कर रहे तलाश

- मौसम के बदले तेवर ने बढ़ाई उमस, धूप निकलने से चढ़ा पारा

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पहाड़ों समेत पीछे के कई जिलों में लगातार हो रही बरसात के कारण गंगा का वाटर लेवल तेजी से बढ़ने लगा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बीते चौबीस घंटों में गंगा में 28 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। जबकि प्रति घंटे एक सेमी की गति से बढ़ाव हो रहा है। गंगा के पानी के कलर में बदलाव के साथ ही जलकुंभियों के आने का सिलसिला भी तेज हो गया और बहाव भी होने से गंगा किनारे अस्थाई दुकान लगाने से लेकर चौकियां लगाकर बैठे पंडा भी अब अपनी छतरी और चौकी हटाकर सुरक्षित स्थान की तलाश कर रहे हैं।

होती रहेगी बारिश

चार दिनों से बरसात के कारण गर्मी और उमस से राहत महसूस कर रहे लोगों को शुक्रवार को बरसात रुकने के बाद फिर से उमस से दो चार होना पड़ा। जिसके कारण शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया है। दोपहर में कई बार हल्की धूप निकलने से भी मौसम में बदलाव होता रहा। इसका असर न्यूनतम तापमान पर पड़ा और अधिकतम के मुकाबले इसमे करीब छह डिग्री की कमी हुई और पारा 25.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा। अधिकतम आ‌र्द्रता का स्तर 92 परसेंट जबकि न्यूनतम आ‌र्द्रता 80 परसेंट रही। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पाण्डेय ने बताया कि अभी 11 जुलाई तक कभी तेज तभी कभी धीमी बारिश होती रहेगी। 30 जून तक पूर्वी उत्तरप्रदेश में 53 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। उसकी कसर जुलाई में अब तक हुई बारिश ने पूरी कर दी है। अब सामान्य स्तर पर बारिश के लेवल में पूर्वी उत्तरप्रदेश आ गया है।