वाराणसी (ब्यूरो)गंगा को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए शासन स्तर से लेकर स्थानीय प्रशासनिक अमले द्वारा नित नए प्रयास किए जा रहे हैंइस कड़ी में वाराणसी नगर निगम और जल पुलिस के संयुक्त सहयोग से गंगा में चलने वाली 657 नावों में से 583 को सीएनजी में कंवर्ट करा दिया गया हैबताते चलें कि पहले गंगा में चलने वाली ये नावें डीजल से चलती थीं, जिससे पर्यावरणविदों ने गंगा को प्रदूषित होने और जलीय जीवों के जीवन को संकट की बात करते हुए प्रदूषण मुक्ति के खिलाफ अभियान चलाया थाइसमें पहली कड़ी में नाविकों की नावों से लेकर बड़ी मोटरबोट और क्रूज तक सीएनजी में कंवर्ट करने का आदेश दिया थास्थानीय विभागों ने संयुक्त रूप से धुंआधार प्रयास करना शुरू कर दिया, जिसके बाद विभागों को कुछ दह तक सफलता मिल गई है.

657 नावों को संचालन की अनुमति

नगर निगम के राजस्व विभाग के आंकड़े के अनुसार बनारस के सभी घाटों को मिलाकर संयुक्त रूप से 657 नावों के संचालन के लिए अनुमति मिली हैइसके बाद ये सभी नावें विभिन्न नाविक समितियों द्वारा संचालित की जाती हंैइन सभी नावों को कंवर्शेसन के लिए नगर निगम ने व्यापक अभियान चलाया और नाविकों को जागरूक कियाइसके परिणाम स्वरूप विभाग ने 583 नावों को सीएनजी में कंवर्ट कर लिया.

मायकान इंडिया लिमिटेड ने किया वर्क

नगर निगम द्वारा सभी नावों के सीएनजी में कंवर्ट करने के लिए मायकान इंडिया लिमिटेड कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थीइस दौरान कंपनी को दी गई जानकारी में नगर निगम की तरफ से कंपनी को 657 नावों की लिस्ट दी गई थी, जिसे कंवर्ट करने के लिए एक माह का समय दिया गया थानगर निगम को बताई गई जानकारी में कंपनी के द्वारा इन सभी 583 नावों को पूर्णरूपेण सीएनजी में कंवर्ट कर दिया गया हैइसकी मदद से गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने में काफी अहम भूमिका होगी.

लाइसेंस नवीनीकरण का अभियान

एक तरफ नगर निगम की तरफ से जहां नावों को सीएनजी में कंवर्ट करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पुरानी हो चुकी नावों के लाइसेंस नवीनीकरण की भी कार्यवाही जोर शोर से चल रही हैइसके लिए लाइसेंस एवं विज्ञापन शुल्क विभाग की तरफ से बकायदा पूरी टीम का निर्माण कर दिया गया है और नावों के लाइसेंस के लिए कार्यवाही की जा रही हैइतना ही नहीं जिन नावों के लाइसेंस नहीं होंगे उन्हें गंगा में संचालित करने की अनुमति भी नहीं होगी.

बगैर लाइफ जैकेट और लाइसेंस का नहीं होगा संचालन

एक तरफ जहां गंगा में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दोनों विभागों की तरफ से संयुक्त कार्यवाही की जा रही हैवहीं घाटों के किनारे निवास करने वाली जल पुलिस ने भी अब नावों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी हैजल पुलिस के द्वारा सख्त हिदायत दी गई है कि बगैर लाइफ जैकेट के कोई भी नाव गंगा में संचालित नहीं होगीइतना ही नहीं इन नावों को लेकर लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के लिए भी जल पुलिस तैयार हो गया हैजो नावें आउटडेटेड हो गई हैं या फिर जिन नावों का लाइसेंस नहीं रिनुअल हुआ है उन्हें अब गंगा में संचालित करने की अनुमति नहीं होगी.

गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने और लगातार हो रहे हादसों पर लगाम लगाने के लिए सख्त रूप से एक्शन लिया जा रहा हैइस दौरान सभी नौका संचालकों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.

राम सेवक गौतम, डीसीपी, काशी

गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए नगर निगम के द्वारा सभी नावों के सीएनजी कंवर्शेशन को लेकर अभियान चलाया जा रहा हैइसी के साथ सभी नावों के लाइसेंस नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम