गाजीपुर (ब्यूरो) बरेसर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय शक्कापुर में तैनात बीमार सहायक अध्यापक अमृश कुमार और प्रधानाध्यापक के बीच धक्का-मुक्की हो गई। मऊ के अस्पताल में शिक्षक अमृश कुमार की मौत हो गई। इससे नाराज ग्रामीणों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया और शिक्षकों को घेर लिया। पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत कराया।

जिला मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर क्षेत्र के पुरबालियान निवासी अमृश कुमार कई साल से बतौर शिक्षक तैनात थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। अवकाश लेने के बाद वह शुक्रवार को स्कूल पहुंचे तो प्रधानाध्यापक ने स्वीकृत अवकाश से अधिक दिन छुट्टी लेने पर एतराज जताया। इसको लेकर दोनों में कहासुनी हुई। आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने शिक्षक को धक्का दे दिया। इसके बाद बीमार चल रहे सहायक अध्यापक की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें मऊ ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। शिक्षक की मौत की जानकारी मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह कंपोजिट विद्यालय परिसर में पहुंचकर हंगामा किया और शिक्षकों को घेर लिया। ग्रामीण व छात्रों का आरोप था कि अमृश कुमार बहुत अच्छे अध्यापक थे। वह कई दिन से बीमार थे और शुक्रवार को जब वह विद्यालय में अपनी हाजिरी लगाने गए तो हेड मास्टर लाल बिहारी ने उन्हें धक्का देकर भगा दिया। इस सदमे के कारण उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बूझकर शांत कराया और अध्यापकों को बाहर निकाला। उनका एक पुत्र प्रिंस व एक बेटी प्रियांशी है। पत्नी प्रीति का रो-रोकर बुरा हाल था। खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि धक्का देकर भगाने की बात गलत है। एक महीने से कम का चिकित्सकीय अवकाश लिया था। थानाध्यक्ष बरेसर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को समझा-बुझा कर शांत करा दिया गया है। इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है।