-जीएसटी के विरोध में साड़ी के साथ रेशम, कलाबत्तू मार्केट ठप होने से कारोबारियों को जबरदस्त घाटा

-व्यापारियों ने रजिस्ट्रेशन कराने से किया इंकार

VARANASI

जीएसटी में कपड़ा पर पांच परसेंट टैक्स लगाए जाने से आंदोलनरत कपड़ा कारोबारियों को पांच दिन में चार सौ करोड़ का लॉस हुआ है। व्यापारियों ने शुक्रवार को पांचवें दिन भी कारोबार बंद रखा। कपड़ा के थोक दुकानों पर ताले लटके रहे। जरी कारोबारियों के प्रतिष्ठान भी बंद रहे। बैठक व सभाएं कर आवाज भी बुलंद की। मीटिंग में वक्ताओं ने कहा कि जब तक कपड़े को जीएसटी के दायरे से बाहर नहीं किया जाएगा, तब तक कोई व्यापारी रजिस्ट्रेशन नहीं कराएगा। पांचवें दिन चौक क्षेत्र में लक्खी चौतरा, रानी कुंआ, नंदन साहू लेन, सत्ती चौतरा, कुंज गली, ठठेरी बाजार में साड़ी की दुकानों के शटर गिरे रहे। बड़ी बाजार, उस्मानपुरा, हनुमान फाटक, छित्तनपुरा, सलारपुरा, मदनपुरा, लोहता आदि एरिया में दुकानें बंद रहीं।

ऑनलाइन में फंस जाएंगे व्यापारी

बनारसी वस्त्र उद्योग एसोसिएशन की चौक एरिया में हुई मीटिंग में कारोबारियों ने कड़ा विरोध जताया। व्यापारियों ने कहा कि इस नई कर व्यवस्था का इसलिए भी विरोध हो रहा है क्योंकि 90 परसेंट से अधिक व्यापारी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है। वे पारंपरिक कारोबार ही करते आए हैं। जबकि जीएसटी में सारा काम ऑनलाइन है। मीटिंग में राजन बहल, देवेंद्र मोहन पाठक, विजय कपूर, हरिमोहन शाह, हाजी रहीम, अतीक अंसारी, हाजी जियाउद्दीन, बॉबी ब्रिज, संजय कुमार, रविशंकर तिवारी, गौतम टंडन आदि विचार व्यक्त किए।