-संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो। विश्वम्भरनाथ मिश्र को पाकिस्तान के फेमस गजल गायक ने सेलफोन पर दी बनारस आने की जानकारी

VARANASI

संकट मोचन संगीत समारोह में पहली हाजिरी पाकिस्तान के फेमस गजल गायक उस्ताद गुलाम अली लगाएंगे। उनसे ही ख्म् अप्रैल से शुरू हो समारोह में छह दिनी प्रस्तुतियों का आरंभ होगा। पिछले साल भी इस अनूठे संगीत महाकुंभ में हाजिरी लगा चुके गुलाम अली ने संकट मोचन दरबार में एक बार फिर आने का भरोसा दिया था। गुरुवार को उन्होंने संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो। विश्वम्भरनाथ मिश्र को सेलफोन पर पहले ही दिन आने की सूचना दी।

हिंदू युवा वाहिनी की आपत्ति दरकिनार

संकट मोचन संगीत समारोह में गजल गायक उस्ताद गुलाम अली को मंच देने और पाकिस्तानी उच्चायुक्त को आमंत्रण पर हिन्दू युवा वाहिनी ने आपत्ति जताई है। संगठन की ओर से इस संबंध में महंत प्रो। विश्वम्भरनाथ मिश्र के सेलफोन पर मैसेज किया गया। इसमें पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने का हवाला देते हुए बुलाने का औचित्य पूछा गया है। इस दरकिनार करते हुए प्रो। मिश्र ने कहा कि हमें व्यापक सोच व सहिष्णुतापूर्ण विचार रखने होंगे। उन्होंने प्रेसवार्ता में स्पष्ट किया कि गुलाम अली का कहीं कोई विरोध नहीं हैं। किसी कलाकार के लिए देश व मजहब की सीमा नहीं होती है। उस्ताद गुलाम अली हनुमान जी के प्रति श्रद्धा के कारण आ रहे है और नि:शुल्क प्रस्तुति देंगे। पिछले साल गुलाम अली की 'हंगामा है क्यूं बरपा थोड़ी सी जो पी ली है' प्रस्तुति की बाबत उन्होंने कहा कि सूफी गजल का अर्थ व्यापक व आध्यात्मिक है। इसे सकारात्मक भावों में लेने की जरूरत है। रही बात प्रस्तुतियों की तो यह कलाकार की इच्छा व श्रोताओं की फरमाइश पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी व पाक उच्चायुक्त को भी बुलावा भेजा गया है, इसकी स्वीकृति अभी नहीं मिली है।