हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में अब ग्राम प्रधान चुनाव बना बाधक

डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस फोर्स अवेलेबल कराने में जताई असमर्थता

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हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में इस साल छात्रसंघ इलेक्शन फंस गया है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने एक बार फिर छात्रसंघ चुनाव में फोर्स उपलब्ध कराने से मना कर दिया है। ग्राम प्रधान के इलेक्शन को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने छात्रसंघ अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा दी है। ऐसे में इस साल कॉलेज में छात्रसंघ इलेक्शन को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। जबकि चुनाव अधिकारी की नियुक्ति लगभग एक महीने पहले ही की जा चुकी है। लेकिन फोर्स न मिलने के कारण इलेक्शन डेट एनाउंस नहीं हो पा रहा है।

प्रधान चुनाव बना रोड़ा

जिला पंचायत व बीडीसी चुनाव के चलते पहले डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने दीपावली के बाद छात्रसंघ इलेक्शन कराने की मंजूरी दी थी। इस क्रम में कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन 30 नवंबर को छात्रसंघ चुनाव कराने का डिसीजन लिया था। छात्रसंघ चुनाव के लिए अधिसूचना 18 नवंबर को जारी करने का मन भी बनाया था। प्रिंसिपल डॉ। सोहन लाल यादव ने बताया कि नवंबर व दिसंबर मे होने वाले ग्राम प्रधान चुनाव के कारण जिला प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव में फोर्स अवेलेबल कराने से हाथ खड़ा कर दिया है। कहा डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के हेल्प के बिना छात्रसंघ इलेक्शन कराना मुमकिन नहीं है।

नेताओं का बढ़ेगा खर्च

छात्रसंघ इलेक्शन को लेकर हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के छात्रनेता सुगबुगाहट के बाद से एक्टिव हो गए थे। छात्रसंघ के संभावित कैंडीडेट प्रचार-प्रसार में अब तक हजारों रुपये फूंक चुके हैं। ऐसे में इलेक्शन की तैयारियों में जुटे छात्रनेताओं की जेब फिर खाली होगी। उनको चुनाव लेट होने से झटका लगेगा।

मात्र कुछ महीनों का कार्यकाल

छात्रसंघ नियमावली के तहत छात्रसंघ का कार्यकाल सेशन समाप्त होते ही स्वत: समाप्त माना जाएगा। यानी 30 जून को छात्रसंघ खत्म हो जाएगा। ऐसी स्थिति में हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में छात्रसंघ इलेक्शन जनवरी में होता है, तो छात्रसंघ का कार्यकाल महज छह महीने का होगा। दूसरी ओर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की एनुअल एग्जाम एक मार्च से स्टार्ट हो जाता है। इस स्थिति में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को सिर्फ कुछ महीने ही मिलेंगे। हालांकि प्रिंसिपल ने बताया कि नवंबर के बाद कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के लिए छात्रसंघ इलेक्शन कराना संभव नहीं होगा।