-14 लाख से बना मिनी सचिवालय ग्राम पंचायत को नहीं हो पाया हैंडओवर

- मानक के विपरीत निर्माण की वजह से फंसा पेंच

CHANDAULI: लाखों खर्च कर इलिया क्षेत्र के बराव गांव स्थित बना मिनी सचिवालय उपेक्षित पड़ा हुआ है। कारण भवन आज तक ग्राम पंचायत को हैंडओवर नहीं किया जा सका है। इससे ग्रामीणों को मिनी सचिवालय का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सचिवालय परिसर घास-फूस से पटा पड़ा हुआ है।

ग्रामीणों रोका था निर्माण

बरांव गांव में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान के तहत वर्ष ख्0क्फ्-क्ब् में मिनी सचिवालय का निर्माण किया गया। भवन निर्माण के लिए क्ब् लाख रूपये पास हुए थे। कार्यदायी संस्था के जरिए सचिवालय भवन के हुए निर्माण कार्य में मानक की खुलेआम अनदेखी की गई। नतीजा यह हुआ कि सचिवालय भवन के हैंडओवर के लिए कार्यदायी संस्था ने ग्राम प्रधान पर खूब दबाव बनाया। लेकिन संस्था सफल नहीं हो पाई। सचिवालय भवन में आज तक खिड़की नहीं लगी है। वाय¨रग सहित पेयजल की सुविधा भी मुहैया नहीं हो पाई।

नींव में आई दरार

मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने के चलते नींव में दरार आ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि भवन निर्माण के दौरान मानक की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए कार्य बंद करा दिया गया। लेकिन तत्कालीन एसडीएम व बीडीओ ने हस्तक्षेप करते हुए कार्यदायी संस्था को कड़ी चेतावनी देकर भवन निर्माण के लिए ग्रामीणों को राजी कर लिया। क्ब् लाख खर्च के बाद भी ग्राम सचिवालय लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। गांव के भूरे लाल, शिव जनम, प्रकाश नारायण, दिलीप कुमार, राजनाथ, रामचरित्तर कहते हैं कि ग्राम पंचायत की खुली बैठक के साथ ही विकास कार्यो को गति देने के उद्देश्य से तत्कालीन प्रधान घनश्याम पांडेय के प्रयास से बने सचिवालय निर्माण में मानक की अनदेखी से भवन के हस्तांतरण का कार्य प्रभावित पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने इस ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है।

क्या कहते हैं अधिकारी

खंड विकास अधिकारी योगेन्द्र पाठक कहते हैं कि मेरे संज्ञान में अभी तक सचिवालय हैंडओवर का मामला सामने नहीं आया था। जानकारी मिली है इसकी जांच कराई जायेगी अधूरे कार्य को पूर्ण कराकर भवन हैंडओवर प्रयास करुंगा।

फोटो परिचय म् सीएचए0ख् चंदौली। बरांव गांव स्थित उपेक्षित पड़ा मिनी सचिवालय।