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-बेमौसम बारिश से तीन घण्टे अंधेरे में रहा शहर

-खुली बिजली विभाग की तैयारियों की पोल

-कहीं रात में तो कहीं दिन में बिजली की बनी रही समस्या

भले ही अभी मानसून आने में देर हो, मगर उससे पहले ताउ-ते चक्रवात ने पहली बारिश ने बिजली विभाग को झटका दे दिया है। जिले में बुधवार शाम से शुरू बारिश से विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। शहर समेत ऐसा कोई इलाका नहीं बचा, जहां लोग बिजली को लेकर परेशान न हुए हो। बुधवार की रात शहर में विद्युत लाइनों में फॉल्ट के कारण बिजली आपूíत बाधित हो गई। वहीं गुरुवार को भी बारिश के कारण बिजली की लुकाछुपी का खेल चलता रहा। गुरुवार को कई इलाकों में कहीं बिजली की एलटी लाइन में फाल्ट आने से तो कहीं पेड़ गिर जाने ध्वस्त हुई तारों की वजह से सप्लाई बंद हो गई। इससे मोहल्ले के दर्जनों घरों की सप्लाई ठप रही। इसके अलावा वरुणा इलाके में विद्युत उपकेंद्रों की एचटी और एलटी लाइनों में फॉल्ट आने से व्यवस्था बेपटरी हो गई। इससे पूरे दिन शहर में बिजली की आवाजाही जारी रही।

तीन फीडर बंद, दर्जनों इलाकों में कटौती-

तेज बारिश और हवा के कारण बुधवार देर शाम तीन फीडर बंद होने से दो घंटे तक दो दर्जन से अधिक इलाकों में तीन घंटे से अधिक समय तक विद्युत आपूíत बाधित रही। शाम सात बजे जैसे ही बूंदाबांदी शुरू हुई। सबसे पहले पांडेयपुर फीडर से विद्युत आपíत ठप हो गई। बारिश तेज होते ही तरना, हरहुआ, सातोमहुआ और बड़ालालपुर फीडर ठप हो गया। जिसे बनाने में विभागीय कर्मचारियों को भरी मशक्कत करनी पड़ी। बताया गया की सभी फीडरों के बिजली तारों पर पेड़ की डालियां गिरी थीं। जिससे फीडर ट्रिप हो जा रहा था।

ये इलाके रहे प्रभावित

बारिश की वजह से शहर के चार फीडर बंद होने से पांडेयपुर, पहडि़या, आशापुर, सारनाथ, शिवपुर, नारायणपुर, कादीपुरा, गणेशपुरा, लमही, सोएपुर, गोइठहां, गायत्री नगर, पार्वती नगर, अर्दली बाजार, भोजूबीर, कचहरी, गिलट बाजार, चौकाघाट, हुकुलगंज, रामकटोरा, नाटीइमली, पिपलानी कटरा, मैदागिन, लहुराबीर, सिगरा, महमूरगंज सहित के कई इलाकों में अंधेरा छाया रहा।

कहीं इंश्यूलेटर पंक्चर हुआ तो कहीं जंफर कट गया-

उधर, करौंदी उपकेंद्र में लगे पैनल में ब्लास्ट हो गया। इससे 33 केवीए की लाइन बाधित हो गयी। ब्लास्ट होते ही इस उपकेंद्र से जुड़े कई क्षेत्रों के ट्रांसफार्मर के जंफर उड़ गए। बारिश बंद होते ही संविदाकíमयों ने सबसे पहले ट्रांसफार्मरों के जंफर जोड़कर विद्युत आपूíत बहाल किया। वहीं देर रात तक पैनल में हुए ब्लास्ट की तकनीकी खराबी को दूर करने में इंजीनियरों की टीम जुटी रही। इसके आलावा कई जगहों पर इंश्यूलेटर पंक्चर हुआ तो कहीं जंफर कट गया। जिससे बिजली सप्लाई की समस्या गंभीर हो गई।

पहली बारिश में आती है समस्या

अधिकारियों का कहना है कि पहली बारिश में इस तरह की समस्या आती है, दरअसल हवा की वजह से इंश्यूलेटर में खराबी आ जाती है। बारिश का पानी पड़ने से इंश्यूलेटर पंक्चर हो जाता है। हालांकि एक बार जब इंश्यूलेटर साफ हो जाता है तो दोबारा कितनी भी बारिश हो जाये उस पर कोई असर नहीं पड़ता। यही नहीं बारिश के पानी की वजह से कई जगह ट्रांसफार्मर स्पार्क होने और बॉक्स जल जाने की समस्याएं भी आयी हैं।

वर्जन।

बारिश की वजह से शहर भर में जहां जहां भी समस्या आई थी। उन्हें दुरुस्त करा लिया गया है.जहां रात में फाल्ट ठीक नहीं हो सका था वह सुबह ठीक करा दिया गया। इसके वजह से ब्रेक डाउन लिया गया। हालांकि पहली बारिश में इस तरह की समस्या आती है। उम्मीद है अब ऐसा नहीं होगा।

दीपक अग्रवाल, एसई- पीवीवीएनएल