पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्रा की बड़ी बेटी की मौत का मामला 20 दिन बाद भी उलझा

अब तक न्याय नहीं मिलने से आहत छन्नू लाल जल्द ही मोदी-योगी से मिलेंगे

पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्रा की बड़ी बेटी संगीता मिश्रा की मौत का मामला 20 दिन बाद भी उलझा हुआ है। अब तक न्याय नहीं मिलने से छन्नूलाल मिश्रा काफी आहत है। उन्होंने कहा कि पिछली 20 रातों से वे बस इस चिंता में नहीं सो पाए हैं कि उनकी बेटी के साथ उन 7 दिनों के दौरान मैदागिन स्थित मेडविन हॉस्पिटल में क्या हुआ। यह वह और उनक परिवार जानना चाहता है। तीन मई को उनकी छोटी बेटी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें उसने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए संगीता मिश्रा की मौत का सच सामने आ सकता है, लेकिन 20 दिन हो गए और तीसरी आंख यानी सीसीटीवी फुटेज अस्पताल प्रबंधन से पुलिस नहीं ले सकी है। हालांकि डीएम द्वारा गठित मेडिकल टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर दी है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज की वजह से रिपोर्ट समिट नहीं हो पाई है।

आखिर सात दिन तक मेरी बेटी के साथ क्या हुआ

शुक्रवार को अपने आवास पर मीडिया से बाचतीत में छन्नूलाल मिश्रा ने बताया कि मेरी बेटी की मौत 29 अप्रैल को हुई और आज 20 दिन हो गए हैं पर कोई जांच रिपोर्ट नही मिली है। मेरा मन हमेशा इस चिंता में रहता है कि उन 7 दिनों में मेरी बेटी के साथ क्या हुआ होगा। हमारे परिवार के लोगों को न मिलने दिया गया और न ही सीसीटीवी में दिखाया गया कि वो कैसी है। 7 दिन तक इलाज हुआ, पहले कहा कि स्थिति में सुधार हो रहा है और दो घंटे बाद कहा कि मृत्यु हो गयी ले जाइए अपनी बेटी को। मेरी बस यही विनती है कि हमें उन सात दिनों का सीसीटीवी फुटेज दिलाया जाए। हमें पता चले कि किस हाल में मेरी बेटी को वहां रखा गया और कैसा इलाज मिला।

सीएम ने लखनऊ बुलाया

छन्नू लाल ने कहा कि इस मामले में सीएम योगी और पीएमओ से बात हो चुकी है। अब इसकी शिकायत पीएम मोदी और सीएम योगी से मिलकर होगी। सीएम योगी ने उन्हें कहा है कि एक दिन पहले सूचना देकर कभी भी आ जाइये।

सीसीटीवी को लेकर झूठ बोल रहा है अस्पताल प्रबंधन

छन्नूलाल मिश्रा की छोटी बेटी नम्रता मिश्रा ने मेडविन हॉस्पिटल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो कह रहे हैं कि उनका सीसीटीवी दो महीने से खराब है वो झूठ बोल रहे हैं, जिस दिन मेरी दीदी एडमिट हुई थी उस दिन उनका सीसीटीवी कैमरा चल रहा था। मेरी दीदी आराम से बेड पर लेटी हुई है और उस सीसीटीवी फुटेज की तस्वीर मेरे पास है।

प्रशासन पर पूरा भरोसा

डॉ। नम्रता मिश्रा ने कहा कि हमें शासन और जिला प्रशासन पर पूरा भरोसा है, लेकिन 20 दिन में 7 दिन की सीसीटीवी फुटेज नहीं निकाल पाए ये लोग। इसके अलावा मेरी जो मांग है कि मेरी बहन को इन 7 दिनों में क्या दवाइयां दी गयी, कौन कौन से इंजेक्शन लगाए गए और साथ ही क्या क्या टेस्ट हुए इसकी भी कोई डिटेल नहीं दी गयी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन क्या छुपा रहा है। आखिर हो सकता है एक महीना बीतने पर यह कह दिया जाए कि अब तो एक महीना हो गया सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दी गयी।

मुंह दिखाने का 25 हजार मांगा

नम्रता ने बताया कि 29 अप्रैल को आधीरात में निधन की सूचना अस्पताल द्वारा दी गई। परिवार के लोग आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे तो उन्हें कई घंटे तक बाहर ही खड़े रखा गया। संगीता मिश्रा के शव को किट में पैक करने से पहले जब परिजनों ने अंतिम बार चेहरा दिखाने का अनुरोध किया तो अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे 25 हजार रुपये की मांग की। उनके पास तत्काल नगद नहीं था तो उन्होंने एटीएम से रुपये निकलवा कर कर्मचारियों को दिए। 24 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती किए जाने के वक्त ही डेढ़ लाख रुपये जमा किए थे। उसके बाद भी अस्पताल वाले उनसे चार लाख रुपए की मांग कर रहे थे।

वर्जन

छन्नूलाल मिश्रा की बेटी संगीता मिश्रा के इलाज से जुड़े सीसीटीवी फुटेज के लिए कोतवाली पुलिस को कहा गया है। अस्पताल प्रबंधन से सीसीटीवी फुटेज लेकर शनिवार को पुलिस उपलब्ध करा देगी तो मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी जाएगी।

-डा। वीबी सिंह, सीएमओ

मेडिकल बोर्ड ने रिपोर्ट तैयार कर ली है, लेकिन इस बीच परिवार की ओर से सीसीटीवी फुटेज की डिमांड की गई। इसके लिए सीएमओ को बोला है। फुटेज और मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-कौशल राज शर्मा, डीएम

सीएमओ आसिफ से मेडविन हास्पिटल से सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के लिए नोटिस आई है, जिसे हास्पिटल प्रबंधन को तामिल करा दी गई है। सीसीटीवी फुटेज कब उपलब्ध होगा, यह हास्पिटल प्रबंधन के ऊपर डिपेंड करता है।

-प्रमोद पांडेय, एसओ, कोतवाली