-लखनऊ डिवीजन ने सभी पॉइंट्स पर मांगी आख्या

-अहम पॉइंट्स को जांच में नकारना होगा मुश्किल

VARANASI

गोरखपुर से कुर्ला जाने वाली दादर एक्सप्रेस क्भ्0क्8 के क्ब् जनवरी को वाराणसी कैंट स्टेशन से बिना गॉर्ड के रवाना होने के मामले में कई पेंच सामने आए हैं। नए जांच बिंदु के सामने आने से लोको पॉयलट व गॉर्ड समेत लॉबी इंचार्ज से पूछताछ की जाएगी। मुख्यालय ने सभी बिंदुओं पर विस्तृत आख्या मांगा है। मुख्य पेंच यह कि स्टेशन मास्टर कार्यालय से दादर एक्सप्रेस के गॉर्ड व लोको पॉयलट को दिए जाने वाला कॉशन आखिर पोर्टर ने गार्ड को नहीं देखा तो किसको सिग्नेचर कराकर सौंपा। जब गॉर्ड को नहीं देखा तो तत्काल स्टेशन मास्टर को सूचना क्यों नहीं दी गई? गॉर्ड को दिए जाने वाला कॉशन बैरंग लौटाने पर स्टेशन मास्टर को पोर्टर से सूचना लेकर लोको पायलट को ट्रेन रोकने को क्यों नहीं कहा गया? वहीं दूसरा अहम पेंच प्लेटफॉर्म नंबर चार और नौ पर टर्निग पॉइंट होने के कारण वहां खड़ी ट्रेन के लोको पॉयलट को गार्ड की झंडी नहीं दिखाई देती है। केवल वाकी-टाकी से सुनकर ही ट्रेन का संचालन किया जाता है। एक और प्रमुख जांच बिंदु में आता है कि ट्रेन के रवाना होने के बाद रूट पर पड़ने वाला फ‌र्स्ट वेस्ट केबिन से दिखाया जाने वाला सिग्नल है। सवाल उठता है कि जब पोर्टर को गॉर्ड की झंडी नहीं दिखाई दी तो क्यों नहीं पावर केबिन को सूचना दी गई। रेलवे की जांच प्रक्रिया में समय लगता है। इन अहम बिंदुओं को जांच में नकारा नहीं जा सकेगा।