-सभी एजेंसीज में कोऑर्डिनेशन के लिए पहुंचे डीआईजी

GORAKHPUR: सोनौली बॉर्डर पर पकड़े गए संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक ने कोई सुराग नहीं दिया है। सात सुरक्षा एजेंसीज लगातार पाकिस्तानी नागरिक से पूछताछ कर रही हैं। गोरखपुर रेंज के डीआईजी आरके चतुर्वेदी भी शुक्रवार को महराजगंज पहुंचे। करीब दो घंटे तक उन्होंने संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक से बातचीत की। हालांकि अभी किसी तरह की जानकारी न मिलने से जांच का दायरा थमा है। तुर्की से लेकर प्रोफेसर राजेश सिंह तक के बीच कनेक्शन तलाशने में एजेंसीज जुटी हैं।

एक ही बात पर अड़ा

ख्फ् अक्टूबर को सोनौली बॉर्डर से एसएसबी ने संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को अरेस्ट किया। उसके पास इंडिया का वीजा नहीं मिला जिससे सुरक्षा एजेंसियों ने उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पाकिस्तानी नागरिक ने खुद को डॉक्टर जावेद कमाल बताया। कहा कि वह पाकिस्तानी में कृषि वैज्ञानिक है। उसने बताया कि वह वाराणसी में पढ़ाई करने जा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र नाम सामने से आने से सुरक्षा एजेसियां सतर्क हो गई। दिल्ली से आईबी की टीम पहुंची। अन्य सुरक्षा एजेंसीज ने जांच शुरू कर दी। पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पुलिस उससे पूछताछ में जुट गई। शुक्रवार को पूछताछ में उससे कुछ नहीं निकला। तोते की तरह वह अपने पुराने बयान पर अड़ा रहा।

पागल साबित करने की कोशिश

शुक्रवार को गोरखपुर रेंज के डीआईजी आरके चतुर्वेदी भी महराजगंज पहुंचे। पुलिस लाइन में कड़ी सुरक्षा के बीच रखे गए जावेद कमाल से उन्होंने बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान पूछे गए सवालों का जावेद ने सही जवाब नहीं दिया। अन्य सुरक्षा एजेंसीज को अपनी बातों में उलझाता रहा। हर सवाल का गोल-मटोल देने की कोशिश की। कुछ मामलों में चुप्पी भी साध गया। बनारस के प्रोफेसर से मुलाकात को लेकर जवाब देने में आनाकानी की। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि उसकी हरकतें ऐसी है कि वह खुद को पगला साबित करना चाहता है।

वर्जन

पाकिस्तानी नागरिक से बातचीत हुई। कई सुरक्षा एजेंसीज उससे पूछताछ कर रही है। सभी में बेहतर तालमेल बना रहे। यह बेहद जरूरी है। सभी एजेंसीज की पूछताछ पूरी होने पर ही कोई रिजल्ट सामने आ सकेगा।

आरके चतुर्वेदी, डीआईजी गोरखपुर रेंज