- गंगा से आरती का आनंद ले सकेंगे शहरवासी

-नाविकों के विरोध के चलते छह महीनों से होता रहा प्रयास

VARANASI

लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार गंगा में जेटी लग ही गयी। पुलिस और प्रशासन के सहयोग से बुधवार को अस्सी व अहिल्या बाई घाट पर जेटी लगा दी गयी। गुरुवार को तीसरी जेटी भी राजेंद्र प्रसाद घाट पर लग सकती है। जेटी लगाने वाली कंपनी पिरामल फाउंडेशन की इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने इसके लिए खूब मेहनत की।

गंगा से लेंगे आरती का लुत्फ

लगेंगे CCTV कैमरे

जेटी लग जाने के बाद लोग गंगा में खड़े होकर आरती का आनंद ले सकेंगे। जेटी को आकर्षक बनाने के लिए इस पर आधुनिक लाइटिंग लगेगी। सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे। साथ ही अंदर से बाहर तक जाल लगा होगा ताकि फूल-माला इससे छनकर बाहर आ सके। वहीं पर्यटन विभाग की ओर से दशाश्वमेध एवं एक अन्य घाट पर जून अंत तक जेटी लगायी जाएगी। इसके लिए तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है।

नाविकों ने किया विरोध

गंगा में जेटी लगाने की मशक्कत पिछले छह महीने से चल रही है। घाटों व नावों को रंगने के साथ तटों पर जेटी लगाने का प्रस्ताव रखा गया था। नाविक इसके विरोध में लगातार आंदोलन कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन के साथ कई चरणों की नाविकों की वार्ता भी हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका था। नाविकों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने नगर आयुक्त को मामला सुपुर्द कर दिया। नगर आयुक्त की हरी झंडी के बाद अफसरों ने दोनों जेटी को घाट किनारे लगवा दिया। जल्द ही विरोध की रणनीति बनाकर सड़क पर उतरा जाएगा। नाविकों के विरोध के चलते जेटी अर्थात तैरता हुआ नाव के स्वरूप में कई बार बदलाव हुआ। पहले 80 फीट लंबा व फ्0 फीट चौड़ा जेटी सामने से बंद था। बाद में विरोध के बाद सामने से खोला गया। अंत में आकार घटाकर लगभग भ्0 फीट लंबा व फ्0 फीट चौड़ा कर यू से टी शेप में कर दिया गया।