-सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव ने किया निरीक्षण

-क्लस्टर योजनाओं की प्रगति का भी लिया जायजा

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गंगा घाट के अलावा बनारस की पहचान यहां की साडि़यों से है। इसलिए जल्द यहां पर खादी की साडि़यां भी बनाई जाएंगी। यह बात भारत सरकार के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय से आए सचिव कृष्ण कुमार जालान ने कही। उन्होंने बुधवार को कई जगहों पर जाकर विभागीय कामकाज और अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया। सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री के गारंटी रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत खादी वस्त्रों के बढ़ावे और व्यवसाय के लिए लगातार जोर दिया जा रहा है। इसके जरिए लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार और बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।

खादी उद्योग को बढ़ावा देने का प्रयास

सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव कृष्ण कुमार जालान ने चांदपुर स्थित एमएसएमई-सैमसंग टेक्निकल स्कूल में खादी विलेज एंड कॉटेज इंडस्ट्रीज, राष्ट्रीय लघु उद्योग व एमएसएमई के अधिकारियों के साथ बैठक की। क्लस्टर योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट देखी, औद्योगिक आस्थान के बनारस बीड्स और लोहता के उमराव फैब्रिक्स कारखानों में निरीक्षण किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में सचिव ने बताया की बनारस में खादी उद्योग को बढ़ावा देने व मार्केटिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के संबंध में एक बैठक की है। जिसमें पूर्वाचल के कई स्थानों से आए लाभार्थियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को भी सुना। साथ ही उसके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। इस मौके पर एमएसएमई के स्थानीय प्रभारी उपनिदेशक आईबी सिंह व इलाहाबाद के एमएसएमई निदेशक बारापत्रा मौजूद रहे। वहीं बनारस खादी मंडल के निदेशक एपी जायसवाल ने बताया कि सचिव ने सेवापुरी में खादीग्रामोद्योग केंद्र जाकर अनेक योजनाओं और विकास के बारे में विस्तृत जानकारी ली।