-चौथे दिन भी शराब की दुकानों को बंद करने की मांग हुई तेज

-लोहता में महिलाओं ने देसी शराब की दुकान में लगायी आग

-पुलिस ने 33 आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर भेजा जेल

-करौंदी में भी दुकान में की जमकर तोड़फोड़

VARANASI

शराब के खिलाफ मुखर हुआ महिलाओं का विरोध अब उग्र हो रहा है। शनिवार को विभिन्न इलाकों में महिलाओं ने शराब की दुकानों पर धावा बोल दिया। शराब की बोतलों को तोड़ने के साथ ही दुकान में भी तोड़फोड़ की। दुकान में मौजूद लोगों के साथ मारपीट की। सबसे ज्यादा बवाल लोहता थाना क्षेत्र के मंगलपुर में हुआ। यहां महिलाओं ने देसी शराब की दुकान में तोड़फोड़ करने के साथ आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आगजनी करने वाली महिलाओं को अरेस्ट कर जेल भेज दिया।

पुलिस के छूटे पसीने

मंगलपुर में सुबह सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एकत्र होकर देसी शराब की दुकान पर पहुंच गयीं। शराब के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी दौरान वो उग्र हो गयीं और दुकान पर पथराव शुरू कर दिया। महिलाओं का ये रूप देख सेल्समैन जान बचाकर भाग खड़े हुए। महिलाएं दुकान के अंदर घुस गयीं। शराब की बोतलों को तोड़ने के साथ दुकान को आग के हवाले कर दिया। सूचना पाकर पहुंची लोहता पुलिस ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की। लेकिन हालात बेकाबू होने पर एसपीआरए आशीष तिवारी के साथ सीओ समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गयी। हंगामा व आगजनी करने के आरोप में 33 महिलाओं को गिरफ्तार कर शांति भंग समेत कई धाराओं में जेल भेज दिया।

तोड़ीं शराब की बोतलें

लंका थाना क्षेत्र के करौंदी आदित्य नगर पोखरा के पास स्थित शराब ठेके पर धमकी महिलाओं ने ठेका बंद करने की मांग करते हुए चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। उनके हाथ में झाड़ू लाठी आदि थे। महिलाओं का कहना था कि ठेके के 50 मीटर दूर स्कूल व मन्दिर हैं। महिलाएं मन्दिर में पूजा पाठ करने के लिए जाती हैं तो शराबी छेड़छाड़ करते हैं। इसकी सूचना कई बार आलाधिकारी व लंका पुलिस को देने पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा। जब ग्रामीणों का गुस्सा फूटा तो महिलाओं ने हाथ में झाड़ू लेकर व बच्चों सहित लोगों ने सड़क पर उतरकर ठेके के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने ठेके में तोड़फोड़ कर शराब की पेटियों में से शराब की शीशी को तोड़ना व फेंकना शुरू कर दिया जिससे अफरा तफरी का माहौल बन गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मुश्किल से हालात संभाले। इसके अलावा सारनाथ थाना क्षेत्र के पंचक्रोशी चौराहे के पास स्थित शराब की दुकान पर भी महिलाओं ने हंगामा किया। वहीं मिर्जामुराद के ग्रामीणों ने एक अप्रैल को शराब के खिलाफ रैली निकालते हुए शराब की दुकानें बंद कराने का निर्णय लिया है।

DM के दर पर धरना

फुलवरिया गांव की महिलाएं क्षेत्र के रेलवे फाटकों के करीब मौजूद शराब की दुकानों को बंद करने की मांग को लेकर डीएम आवास पर धरने पर बैठ गयीं। उनका कहना था कि शराब पीकर घर के पुरुष महिलाओं को प्रताडि़त करते हैं। ठेकों के करीब स्कूल भी हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया। शराबबंदी की मांग को लेकर शहीद भगत सिंह यूथ फ्रंट के लोगों ने भी विरोध मार्च निकालकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान हरीश मिश्र, तिलक राज, रंजीत सेठ, रवीन्द्र वर्मा आदि रहे।

जिले में शराब बंदी लागू किये जाने के संबंध में लोगों से ज्ञापन लेकर उसे शासन को भेजा जा रहा है। जनसामान्य से अपील है शराब बंदी को लेकर वे किसी भी प्रकार का धरना-प्रदर्शन या शांति व्यवस्था भंग करने से बचें। अन्यथा ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।

योगेश्वर राम मिश्र, डीएम