वाराणसी (ब्यूरो)। दीपावली व छठ के त्योहार में मात्र 21 दिन का समय बचा है, लेकिन दिल्ली, मुंबई, पंजाब व कोलकाता से वाराणसी आने वाली लंबी दूरी की सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। दीपावली के त्योहार की शुरुआत 22 अक्टूबर से धनतेरस से होगी। इससे पहले नौकरीपेशा लोग अपने-अपने घर जाते हैं। लिहाजा, ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है। 22 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार है। इसी दिन से दीपावली के त्योहार की शुरुआत हो जाती है। लेकिन बड़े शहरों से वाराणसी समेत पूर्वांचल जाने वाली करीब-करीब सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। इसके साथ ही अमृतसर व जम्मूतवी लाइन पर भी ट्रेनों में आमजन को कंफर्म टिकट पाने के लिए लंबी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आलम यह है कि करीब-करीब सभी प्रमुख ट्रेनों में वेटिंग सवा सौ के करीब है.
स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा
रेल प्रशासन ने वेटिंग से उबरने के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। सर्वाधिक दबाव वाले रूट की बात करें तो मुंबई से ज्यादा दिल्ली से वाराणसी आने वाली ट्रेनों में भीड़ है। इस रूट पर दैनिक और साप्ताहिक मिलाकर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें बनकर चलती हैं। वहीं दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का बनारस स्टेशन और वाराणसी जंक्शन पर ठहराव होता है। बावजूद इसके 22 से लेकर 24 अक्टूबर तक ट्रेनों में वेटिंग की लम्बी फेहरिस्त है.
पुरानी दिल्ली-वाराणसी विशेष (01674/01673)
यह विशेष ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलेगी। 18 अक्टूबर से 11 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार, शुक्रवार और रविवार को पुरानी दिल्ली से रात्रि 11 बजे रवाना होगी। वापसी दिशा में 19 अक्टूबर से 12 नवंबर तक प्रत्येक बुधवार, शनिवार और सोमवार को वाराणसी से शाम साढ़े छह बजे चलेगी। शयनयान और सामान्य श्रेणी के आरक्षित कोच वाली यह विशेष ट्रेन मुरादाबाद, चंदौसी, लखनऊ और सुलतानपुर स्टेशनों पर ठहरेगी.
वाराणसी-आनंद विहार टर्मिनल वातानुकूलित त्योहार विशेष (04249/04250)
विशेष साप्ताहिक ट्रेन चार अक्टूबर से आठ नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार को वाराणसी से शाम साढ़े सात बजे रवाना होगी। वापसी दिशा में पांच अक्टूबर से नौ नवंबर तक प्रत्येक बुधवार को आनंद विहार से शाम सवा छह बजे चलेगी। मार्ग में इसका ठहराव भदोई, प्रतापगढ, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, बरेली और मुरादाबाद स्टेशनों पर होगा.
नई दिल्ली-वाराणसी रूट
शिवगंगा एक्सप्रेस
-22 अक्टूबर को प्रथम श्रेणी में 18, द्वितीय में 45, तृतीय में 128, स्लीपर में 315
-23 अक्टूबर को प्रथम में 06, द्वितीय में 29, तृतीय में 49, स्लीपर में 187
-24 अक्टूबर को प्रथम में उपलब्ध, द्वितीय में उपलब्ध, तृतीय में उपलब्ध, स्लीपर में 63
वंदेभारत एक्सप्रेस
-22 अक्टूबर को सीसी श्रेणी में 228, एग्जीक्यूटिव श्रेणी में रिग्रेड
-23 अक्टूबर को सीसी श्रेणी में 190, एग्जीक्यूटिव में रिग्रेड
मंडुआडीह सुपरफास्ट
- 22 अक्टूबर को प्रथम श्रेणी में 14, द्वितीय में 68, तृतीय में 110, स्लीपर में 268
-23 अक्टूबर को प्रथम में 05, द्वितीय में 20, तृतीय में 39, स्लीपर में 114
- 24 अक्टूबर को प्रथम में उपलब्ध, द्वितीय में उपलब्ध, तृतीय में उपलब्ध, स्लीपर में 31
काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस
- 22 अक्टूबर को प्रथम में 10, द्वितीय में 33, तृतीय में 53, स्लीपर में 115
- 23 अक्टूबर को प्रथम में 03, द्वितीय में 19, तृतीय में 19, स्लीपर में 102
- 24 अक्टूबर को प्रथम में उपलब्ध, द्वितीय में उपलब्ध, तृतीय में उपलब्ध, स्लीपर में 16
मुंबई- वाराणसी रूट
महानगरी एक्सप्रेस
- 22 अक्टूबर को द्वितीय में 49, तृतीय में 113, स्लीपर में 296
- 23 अक्टूबर को द्वितीय में 30, तृतीय में 34, स्लीपर में 295
- 24 अक्टूबर को द्वितीय में 09, तृतीय में 34, स्लीपर में 146
मंडुआडीह-एलटीटी सुपरफास्ट
-22 अक्टूबर को प्रथम श्रेणी में 10, द्वितीय में 35, तृतीय में 113,स्लीपर में 246
- 23 अक्टूबर को प्रथम श्रेणी में 01,द्वितीय में 14, तृतीय में 27, स्लीपर में 92
-24 अक्टूबर को प्रथम श्रेणी में 03, द्वितीय में 16, तृतीय में 43, स्लीपर में 141
कामायनी एक्सप्रेस
-22 अक्टूबर को द्वितीय में 23, तृतीय में 71, स्लीपर में 218
- 23 अक्टूबर को द्वितीय में 13, तृतीय में 29, स्लीपर में 124
- 24 अक्टूबर को द्वितीय में 14, तृतीय में 41, स्लीपर में 113
त्योहारों पर रेल में टिकट की मारामारी रहती है। हालांकि कई जोड़ी टे्रनें चलाई जा रही हैं। इसके अलवा ज्यादा वेटिंग वाली टे्रनों में अतिरिक्त कोच लगाकर वेंटिंग को कम करने का प्रयास किया जाएगा.
गौरव दीक्षित, डायरेक्टर, कैंट स्टेशन