-जम्मू कश्मीर में दो माह से चल रहे बवाल के कारण dry fruits व apple की आवक हुई ठप

--Business पर असर पड़ने से व्यापारी परेशान

VARANASI

धरती का 'स्वर्ग' कहा जाने वाला जम्मू कश्मीर पिछले दो माह से सुलग रहा है। यहां के बवाल को लेकर बनारस का धंधा बेहाल है। जम्मू से आने वाले ड्राई फ्रूट्स की आवक ठप सी हो गई है.इसे लेकर बनारस के व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। यही वजह है कि उनके बिजनेस पर इफेक्ट पड़ रहा है। एक पखवारे बाद शुरू होने वाले नवरात्र को लेकर भी व्यापारियों में अभी से इसका टेंशन देखने को मिल रहा है। कारण साफ है कि नवरात्र में ड्राई फ्रूट्स व एप्पल की डिमांड बढ़ जाएगी। जो अधिकतर जम्मू कश्मीर से ही आता है। इन आइट्म्स की आवक ठप होने से व्यापारी परेशान हैं। मार्केट में भी इसकी चर्चा जोरों पर है।

अखरोट व केसर की भी हुई कमी

जम्मू कश्मीर में अखरोट का काफी बड़ा कारोबार है। यहीं से अखरोट व केसर दूसरे स्टेट्स में भेजे जाते हैं। बनारस में अखरोट व केसर की खपत भी ज्यादा है। क्योंकि अधिकतर स्वीट शॉप्स पर केसरयुक्त स्वीट्स बनाई जाती हैं। खीर में भी केसर का यूज किया जाता है लेकिन जम्मू में जिस तरह का माहौल क्रिएट हुआ है उससे बनारस में केसर के बिजनेस पर भी काफी असर पड़ा है।

आने वाला है त्योहारों का मेला

सितंबर समाप्त होते ही त्योहारों का मेला भी स्टार्ट होने वाला है। पितृ पक्ष के समाप्त होते ही एक अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहा है। इसमें ड्राई फ्रूट्स सहित फल की डिमांड काफी अधिक होती है। जबकि स्वीट्स का भी बिजनेस काफी लंबा चौड़ा होता है जिसमें ड्राई फ्रूट्स भी मिक्स्ड होता है। लेकिन जम्मू में बवाल के कारण ड्राई फ्रूट्स पर भी मार पड़ गयी है।

सट्टेबाजों का है दखल

आवक कम होने के कारण खाद्य बाजार में बिचौलियों का दखल होने के चलते भी व्यापारियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वायदा कारोबार में सटोरियों के दखल ने सबका बेड़ा गर्क किया हुआ है। किराना व्यापारियों का मानना है कि जब तक वायदा कारोबार से खाद्य सामाग्री को अलग नहीं किया जाएगा तब यह कंडीशन बनी रहेगी।

ड्राई फ्रूट्स का व्यापार तो प्रभावित हो ही रहा है। साथ ही बिचौलिये इसका ज्यादा लाभ उठा रहे हैं। जिन पर कोई लगाम नहीं लगा पा रहा है।

प्रतीक गुप्ता

अध्यक्ष, वाराणसी नगर युवा उद्योग व्यापार मंडल

केसर व अखरोट की आवक बिल्कुल कम हो गई है। नवरात्र शुरू होते ही इसका असर और भी दिखने लगेगा। मेवा, मसाला की आवक लगभग ठप सी हो गई है।

मनोज धूत, किराना व्यापारी, गोला

व्यापारियों का परेशान होना लाजिमी है। जम्मू कश्मीर से एप्पल, केसर-अखरोट, मेवा की आवक लगभग ठप है। व्यापारियों के बिजनेस पर प्रभाव तो पड़ ही रहा है।

गौरव राठी,

युवा प्रभारी

खाद व्यापार मंडल

-केसर क्90 रुपये प्रति ग्राम

-अखरोट गिरी फ्00 से क्फ्भ्0 रुपये प्रति केजी

-अखरोट ख्भ्0 से फ्00 रुपये प्रति किलो

-सेब क्00 से क्म्0 रुपये प्रति किलो

-बनारस में प्रति माह केसर, अखरोट का लगभग ख्भ् लाख है कारोबार