वाराणसी (ब्यूरो)शहर में जहां शादियों की धूम शुरू हो गई है तो वहीं आम जनता से लेकर नगर निगम प्रशासन के लिए मैरेज लान और बैंक्वेट हाल से निकलने वाले कूड़े के ढेर से लोगों के बीच हैरानी और परेशानी शुरू हो गई हैबताया जा रहा है कि शादियों के सीजन में होटल से लेकर मैरेज लान के संचालक सही तरीके से कूड़े का निस्तारण नहीं कर पाते हैं, जिस कारण आम जनता के बीच ज्यादा मात्रा में असमंजस की हालात पैदा हो जाती हैइसी कारण इस बार नगर निगम प्रशासन ने कमर कस ली है कि आखिर कैसे शादियों के सीजन में निकलने वाले कूड़े का निस्तारण करवा जाये.

बनाएं अपना खुद का मिनी कम्पोस्ट

कूड़े के निस्तारण के लिए विशेषज्ञों के राय के अनुसार सबसे सरल माध्यम मिनी कम्पोस्ट होता है जिसमें हम कूड़े का निस्तारण आसानी से कर सकते हैंइसके बारे में जब नगर निगम के अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कूड़े के निस्तारण के लिए आम नागरिक से लेकर हर किसी को अधिकार है और इसकी मदद से आसानी से कूड़े का निस्तारण कर लिया जाता है.

करना होगा वेस्ट साल्यूशंस से टाइअप

इस बारे में नगर निगम के अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कूड़े के निस्तारण के लिए यदि किसी भी संचालक के पास अपनी खुद की कोई ïव्यवस्था नहीं है और वह मिनी कम्पोस्ट यूनिट बनाने में असमर्थ है तो वाराणसी नगर निगम की अधिकृत कंपनी वाराणसी वेस्ट साल्यूशंस से टाइअप करना होगा जिसकी मदद से वह कंपनी रोजाना उनके प्रतिष्ठान से जाकर कूड़े की उठान कर लेगी जिससे पर्यावरण में गंदगी नहीं दिखाई देगी.

रोजाना निकलता है 1000 टन कूड़ा

शादियों के सीजन में बनारस के सभी प्रतिष्ठान पूरी तरीके से फुल हो जाते हंैकई प्रतिष्ठानों में एक दिन में दो से तीन शदियां आयोजित होती हंैऐसे में उनके यहां से ज्यादा मात्रा में कूड़े का ढेर भी निकलता हैएक अनुमान के मुताबिक एक मैरेज हाल से एक दिन में करीब 100 किलो कचरा निकलता हैइसके साथ ही पूरे शहर से रोजाना 1 हजार से लेकर 12 सौ टन के आसपास कूड़ा कचरा निकलता हैइसी कारण लगन के सीजन भर इनके निस्तारण के लिए विशेष ख्याल रखा जाता है, जिससे कोई भी किसी भी प्रकार की गंदगी न दिखाई दे.

शादियों के सीजन में निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए आम आदमी से लेकर प्रतिष्ठान संचालकों के पास मिनी कंपोस्ट यूनिट बनाने का पूर्ण अधिकार हैइसके साथ ही ïिवशेष परिस्थिति में वाराणसी वेस्ट साल्यूशंस से भी टाइपअप करके कूड़े का निस्तारण करवा सकते हंै.

एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

ज्यादा मात्रा में कूड़ा निकलने के कारण पर्यावरण पर प्रतिकूल असर दिखाई देने लगता हैइस वजह से कूड़े का निस्तारण क्रमबद्ध और चरणबद्ध तरीके से किया जाना अत्यंत आवश्यक है.

एससी शुक्ला, रीजनल आफिसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड